ग्वालियर, 05 दिसंबर। बीते सप्ताह से शहर व जिला हत्याओं के संताप से उबर नहीं पा रहा है। दिसंबर के प्रारंभ से रविवार पांच दिसंबर तक सात हत्याओं का शोक शहर पर भारी पड़ने लगा है। पुलिस भी निरुपाय नज़र आ रही है। रविवार को शहरी की सातवीं हत्या पुलिस थाना ग्वालियर के चंदन नगर में अमन दीक्षित की हुई। हत्यारों ने घर में घुस कर मां के सामने अमन को चाकुओं से गोद डाला। मां की चीख सुनकर बड़ा भाई बचाने दौड़ा, लकिन हत्यारे अपने काम को अंजाम दे फ़रार हो गए। हत्यारों की सरज़मीं बनी तानसेन की साधना स्थली, विगत पखवाड़े से हत्याओं का सिलसिला जारी….

शहर की फिजां में इन दिनों शादियों शहनाइयों के साथ हत्यारों की गोलियां भी गूंज रहीं हैं। नए रिश्तों की बुनियात के साथ रिश्तों की नृशंस हत्याएं भी की जा रहीं हैं। कहीं कोई नीम पागल डॉक्टर बेटे को दांत चुभो देने वाले कुत्ते को हलाल कर रहा है। कोई दोस्त का सिर महज इसलिए कुचल रहा कि उसने शराबनोशी के बाद सोने के लिए उसी चबूतरे को चुन लिया जिस पर हत्यारे को सोना था। एक भाई ने तो बंटवारे में महज़ दो कमरे ज्यादा लेने के छोटे भाई के लाड़ और छोटी बहन की राखी के वचन भुला दिए। सामाजिक तानेबाने के इस असंतुलन का बेचारी पुलिस के पास कोई इलाज नहीं है, बस छानबीन, पड़ताल औऱ जांच के जुमलों के सिवा। अब तक कोई अपराधी पुलिस के हाथ नहीं लग सका है, जो गिरफ्तार हुआ है वह भी दोस्त का सिर कुचलने के बाद खुद पुलिस थाने पहुंच गया था।     

पुस्तक भंडार से नशे की संगत में पहुंचा, हमनशा दोस्तों ने चाकुओं से गोदा          

चंदन नगर का 22 वर्षीय अमन दीक्षित पहले पुस्तकों की दुकान पर सेल्स-बॉय था, बुरी संगत ने नसे की लत लगाई और फिर उसी संगत ने जान भी ले ली। नशे की पिनक में हुए विवाद में हमप्याला जान के दुश्मन बन गए, और घर घुसकर चाकू से गोदकर अमन को मार डाला। इस दौरान अमन का बड़ा भाई और मां ने बचाने की कोशिश की,  लेकिन दोनों हमलावर उन्हें चाकू चमकाते हुए धमका कर फ़रार हो गए।

इससे पूर्व जिले के भितरवार, डबरा, पिछोर थाटीपुर, बहोड़ापुर, मुरार और ग्वालियर में अब तक सात जिंदगियां मौत के घाट उतारी जा चुकी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *