





मथुरा, 04 दिसंबर। प्रसिद्ध बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री पद्मश्री कंगना रनौत ने शनिवार को वृंदावन में श्री बांकेबिहारी मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की औऱ आराध्य का आशीर्वाद लिया। कंगना के मंदिर पहुंचने की जानकारी जैसे मंदर परिसर में प्रसारित हुई, प्रशंसकों भीड़ की भीड़ उमड़ पड़ी। पूर्वनिर्धारित होने के बाद भी कंगना के आगमन को गोपनीय रखा गया था, इसलिए पहले से किसी को खबर नहीं थी। श्री कृष्ण जन्म भूमि के दर्शन कर कंगना बोलीं–यह देखना बेहद पीड़ादायी है कि यहां इस तरह की सुरक्षा है जैसे शत्रु देश की सीमा हो। यह सीमा नहीं पवित्र श्रीकृष्ण जन्मभूमि है….जय श्रीकृष्ण….
कंगना मंदिर परिसर में प्रवेश के साथ ही इसकी सूचना तेजी से फैलती गई और अच्छी खासी भीड़ श्रबांकेबिहारी मंदिर परिसर में जुट गई। बयानों की बेबाकी और फिल्म-दर-फिल्म असाधाराण अभिनय के लिए प्रसिदध और चर्चित कंगना रनौत की ‘Y’ श्रेणी की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस को भी खासी मशक्कत करनी पड़ी। बताया जा रहा है कि कंगना पहली बार ब्रज क्षेत्र में आईं हैं।
सुरक्षा घेरे के बीच कंगना को मंदिर परिसर में ले जाया गया, जहां महंत ने उन्हें पूजा-अर्चना कराई। कंगना रनौत ने ट्विटर के माध्यम से एक तस्वीर साझा की और लिखा–खूबसूरत दिन…दिल्ली से मथुरा के लिए ड्राइविंग…कृष्ण जन्मभूमि के दर्शन के लिए कितना भाग्यशाली दिन है। कंगना मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के दर्शन के लिए भी पहुंचीं।
इससे पूर्व कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए बताया था कि वह आज के दिन की शुरुआत श्रीकृष्ण की जन्मस्थली बांके बिहारी के दर्शन के साथ करना चाहती हैं। सुबह के समय वे मंदिर में पहुंच गईं। कंगना जब बांकेबिहारी जी के दर्शन और पूजा-अर्चना कर रहीं थीं तब परिसर बांके बिहारी के जयकारों से गूंजा रहा था। कंगना ने मंदिर-प्रवेश से पूर्व देहरी पूजन किया। गोस्वामी ने उन्हें विधिवत पूजा कराई और चुनरी भेंट की। कंगना रनौत ने पूजा-अर्चना के बाद प्रसाद ग्रहण किया।
कंगना ने इस अवसर पर इंस्टाग्राम पोष्ट में लिखा–मथुरा में दैवीय श्रीकृष्ण जन्मभूमि के दर्शन किए….यह बहुत ही संवेदनशील क्षेत्र है, यहां बेहद कड़ी सुरक्षा होने के कारण वीडियो और फोटोग्रफी की भी अनुमति नहीं है। इसका कारण है कि इस पवित्र भूमि पर लगभग राम जन्मभूमि की तरह ही अतिक्रमण है। किंतु, वह जेल जहां माता देवकी और पूज्य वसुदेव को रखा गया था, उसके कुछ हिस्से दर्शन के लिए उपलब्ध हैं। मुझे बताया गया कि छह और भूमिगत कमरे यहां हैं जिनका उल्लेख हमारे प्राचीन लेखनों में है। यद्यपि इनके दर्शन की पर्यटकों-श्रद्धालुओं के लिए अनुमति नहीं है। उम्मीद है कि शीघ्र ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए सुलभ कराएंगे।
कंगना ने आगे लिखा–यह देखना बेहद पीड़ादायी है कि यहां इस तरह की सुरक्षा है जैसे शत्रु देश की सीमा हो। यह सीमा नहीं पवित्र श्रीकृष्ण जन्मभूमि है….जय श्रीकृष्ण….गोकुल धाम जाते समय कंगना ने लिखा–पवित्र यमुना जी के दर्शन कर यह कल्पना की कि कैसे वसुदेव जी घनघोर वर्षा के और उफनती युमना के बीचों-बीच बला कृष्ण को अपने सिलर रख कर ले गए होंगे। यह पावन स्थल सुंदरता की परिभाषा से भी परे है….