ग्वालियर, 12 नवंबर। हिंदू महासभा की चेतावनी के बाद आखिरकार जिला प्रशासन ने कटोरा ताल में लगी वीर सावरकर की प्रतिमा का ताला खोल दिया है। हिंदू महासभा ने शुक्रवार को कटोरा ताल परिसर में लगी सावरकर की प्रतिमा का ताला खोलने के लिए जिला प्रशासन को चेतावनी दी थी। चेतावनी के अनुसार ही शुक्रवार दोपहर हिंदू महासभा के दल के कटोरा ताल पहुंच कर धरने पर बैठ गया। हालांकि उससे पूर्व ही जिला प्रशासन के अधिकारियों ने सावरकर सरोवर पहुंचकर ताला खोल दिया। ताला खुलने के बाद हिंदू महासभा ने सरोवर परिसर में स्थापित वीर सावरकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।
तीन वर्ष बाद खुला सावरकार सरोवर का ताला
सावरकर सरोवर पहुंचे जिला प्रशासन के प्रतिनिधि SDM अनिल बनवारिया ने बताया कि सरोवर परिसर को भव्य बनाने का काम चल रहा है। परियोजना की जिम्मेदारी स्मार्ट सिटी को सौंपी गई है। सावरकर सरोवर में ही स्वातंत्य वीर विनायक दामोदर सावरकार की प्रतिमा स्थापित है। निर्माण संबंधित सामग्री की सुरक्षा के लिए ही परिसर के मुख्य द्वार पर ताला लगाया गया है। हिंदू महासभा को मलाल है कि विगत तीन वर्षों में ताला लगे रहोने के कारण महान हिंदुत्ववादी विचारधारा के प्रवर्तक वीर सावरकर जयंती और पुण्य तिथि पर पुष्पांजलि भी अर्पित नहीं की जा सकी।
हिंदू महासभा की चेतावनी पर जिला प्रशासन ने खुलवाया ताला
हिंदू महासभा ने स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन को 10 नवंबर तक का ताला खोलने की चेतावनी दी थी, लेकिन स्मार्ट सिटी कार्पोरेश के प्रशासन ने ताला नहीं खोला। आखिरकार हिंदू महासभा ने जिला प्रशासन को स्वयं ही परिसर का ताला तोड़ने की चेतावनी दी थी। चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन की टीम ने ताला खोल दिया। हिंदू महासभा के लोग परिसर में अंदर पहुंचकर वीर सावरकर की प्रतिमा पर पहुंचे, पुष्पांजलि अर्पित की।
तीन दिन में आम लोगों के लिए परिसर नहीं खुला तो आंदोलन
एसडीएम अनिल बनाबारिया ने बताया कि हिन्दू महासभा और जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से तय किया है कि आज हिंदू महासभा निर्माण अवलोकन कर वास्तविक स्थिति की जानकारी लेगी। इसके बाद शीघ्र ही इसका शुभारंभ कराकर सरोवर परिसर को आम नागरिकों के लिए खोल दिया जाएगा। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.जयवीर भारद्वाज ने बताया कि प्रसासन को तीन दिन का समय दिया है। इसके बाद हम रानी लक्ष्मी बाई समाधि स्थल पर छात्र धरने पर बैठ जाएंगे।