

ग्वालियर, 10 नवंबर। मोहनदास कर्मचंद गांधी को गोली मारने वाले नाथूराम गोडसे और उनके सहयोगी नारायण आप्टे के फांसी स्थल की मिट्टी लाकर हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.जयवीर भारद्वाज ने उसे ग्वालियर में स्थापित किया है। बलिदानी मिट्टी बता कर इसके पूजन के साथ हिंदू महासभा नाथू राम गौडसे के अंतिम बयान के बारे में जनमानस को परिचित कराएगी। इसके लिए हिंदू महासभा सोशल-मीडिया का उपयोग करेगी। हिंदू महासभा ने इस अभियान को गौडसे बयान माला का नाम दिया है।
मोहनदास कर्मचंद गांधी की हत्या के आरोपी नाथूराम गौडसे का मंदिर, उनके बयानों को प्रसारित किए जाने के लिए ज्ञान शाला की स्थापना की सुर्खियों के बाद अब हिंदू महासभी गोडसे के अंतिम बयान की अध्ययन माला का आरंभ कर फिर सुर्खियों में आ गई है। इससे पूर्व हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.जयवीर भारद्वाज हरियाणा की अंबाला जेल की उस जमीन से मिट्टी लेकर आए हैं, जहां गौडसे औऱ आप्टे को फांसी दी गई थी। इस मिट्टी को हिंदू महासभा भवन में स्थापित किया गया है। बुधवार को गौडसे बयान अध्ययन माला अभियान आरंभ के अवसर पर ग्वालियर में एक बार फिर नाथूराम गोड़से के जिंदाबाद के नारे गूंजे। ज्ञातव्य है कि अंबाला में जेल में 15 नवंबर 1949 को नाथूराम गौडसे और उनके साथी नारायण आप्टे को मोहनदास कर्मचंद गांधी की हत्या के आरोप में फांसी दी गई थी।