

ग्वालियर, 09 नवंबर। ग्वालियर और उसके आसपास के शहरों के समग्र विकास को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार सुबह कलेक्ट्रेट कार्यालय में एक बैठक का नेतृत्व किया। बैठक में उन्होंने शहर के समग्र विकास के लिए अपने सुझाव दिए, और बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी सुझाव मांगे। सिंधिया ने बैठक को सफल मानते हुए बताया कि समग्र विकास के लिए थीम-9 के आधार पर रोड़मैप बनाया जाएगा। सिंधिया बोले–थीम-9 से होगा ग्वालियर का समग्र विकास ऐतिहासिक विरासत औऱ संगीत से होगा शुभारंभ….
ग्वालियर के समग्र विकास के लिए सदा सोचते रहने वाले केंद्री मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संबंधित अधिकारियों को थीम-9 पर काम करते हुए आगे बढ़ने का निर्देश दिया है। सिंधिया ने सबसे पहले पर्यटन और संगीत के क्षेत्र में काम किया जाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर की ऐतिहासिक विरासत बेहद समृद्ध है। यहां किले के साथ ही कई ऐतिहासिक स्थल ऐसे हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। अंचल की संगीत विरासत की जड़ें भी बेहद प्राचीन और समृद्ध हैं। ग्वालियर को संगीत सम्राट तानसेन व बैजू वावरा के नाम से देश-विदेश में जाना जाता है, साथ ही अपेक्षाकृत नवीन सरोद की विरासत और नव-स्थापित संगीत विश्वविद्यालय भी आकर्षित करते हैं। इसिलए संगीत-की-मक्का या संगीत के कुंभ के तौर पर शहर में संगीत को बढ़ावा देते हुए संगीत रसिक और साधकों को आकर्षित किया जाना चाहिए। सिंधिया ने सबसे पहले इन्हीं बिंदुओं पर रोड़मैप तैयार करने को कहा है, दिसंबर में इसकी समीक्षा की जाएगी।
इन बिंदुओं को भी किया जाएगा रोड़मैप में शामिल
- एक वाइल्ड-लाइफ सर्किट भी बनाया जाएगा जो राजस्थान के रणथंभौर से शुरू होकर पन्ना तक कनेक्ट रहेगा। वाइल्ड-लाइफ सर्किट विकसित किए जाने के तहत श्योपुर में चीता लाए जा रहे हैं, जबकि शिवपुरी में बाघ।
- धार्मिक सर्किट भी बनाया जाएगा। यहां प्राचीन शनिश्चरा मंदिर, दतिया स्थित पीतांबरा पीठ, धूमेश्वर महादेव मंदिर, अनोखा मकरध्वज मंदिर समेत कई प्राचीन गुफा मंदिर है। इन सभी को विकसित कर यहां पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।
- हस्तशिल्प कला सर्किट में चंदेरी की साड़ी, ग्वालियर की पॉटरीज और मूर्ति कला के क्षेत्र में काम किया जाएगा।
- साल भर चलने वाले आयोजनों का कैलेंडर को बनाने के लिए केंद्रीय मंत्री सिधिंया ने प्रशासनिक अमले को निर्देश दिए हैं। इन आयोजनों में स्पोर्ट्स एक्टिविटी, कल्चरल एक्टिविटी और अन्य विधाएं भी शामिल होंगी।
- सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर अब वायु और रेल मार्ग से पूरे देश से जुड़ा हुआ है आने वाले समय में सड़कों का जाल भी और ज्यादा बेहतर हो जाएगा। स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए यह अनुकूल माहौल है।