ग्वालियर, 04 नवंबर। शहर के गांधी प्राणी उद्यान में श्वेत शेरनी मीरा के दोनों नन्हे शावकों का नामकरण हो गया। दो माह पूर्व जन्में इन शावकों के नामकरण को लेकर दीपावली से एक दिन पहले सुबह से ही शहर में उत्साह था। सुबह से ही सैलानी पसंद के नामों की पर्ची जमा करने पहुंचने लगे थे। देर शाम रायशुमारी के बाद शेखर तोमर के सुझाए रूद्र और भवानी नाम मीरा के शावकों को मिले। मीरा के शावकों के लिए शहर के लगभग 56 लोगों ने नाम सुझाए थे, इनमें तानसेन- लक्ष्मीबाई, अजय-विजया, आयुष-सृष्टि आदि जैसे नामों के सुझाव भी आए थे। रुद्र व भवानी के नाम स्टड-बुक में हुए शामिल…..

गांधी प्राणी उद्यान में बुधवार सुबह से ही मीरा के शावकों के पिंजरों के पास सैलानी जुटने लगे ते। चहल-पहल देख दोनों नवजात शावक भी मां मीरा के साथ दीपावली पूर्व की धूप में चहलकदमी करने लगे थे। नामकरण होते ही रुद्र और भवानी के नाम इंटरनेशनल स्टड-बुक में भेज दिए गए। ज्ञातव्य है कि स्टड-बुक में उन वन्य जीवों के नाम दर्ज किए जाते हैं, जिनकी तीन पीढ़ियों की वंशावली ज्ञात होती है।

मध्यप्रदेश में बचे कुल छह में से चार श्वेत शेर अकेले ग्वालियर में हैं। ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान में जमुना ने श्वेत शेर शावकों को जन्म दिया था। इसमें से शेरा व मीरा श्वेत हैं, जबकि लक्ष्मी आंशिक श्वेत थी। यहां पहले से दो श्वेत शेर लव-कुश भी थे, लेकिन बीते साल कुश की पेट के संक्रमण से मौत हो गई थी।

ग्वालियर में लगातार श्वेत शेरों की वंश-वृद्धि

ग्वालियर के चिड़िया घर में बुधवार एक सितंबर 2021 की रात छह वर्षीय श्वेत  शेरनी मीरा ने कुश के दो शावकों को जन्म दिया था, इनमें से एक श्वेत और दूसरा आंशिक पीत-श्वेत रंग का है। ज्ञातव्य है कि कि गांधी प्राणी उद्यान में नई दिल्ली के नेशनल जूलोजिकल पार्क से 2010 में श्वेत शेरनी  जमुना ग्वालियर चिड़ियाघर में लाई गई थी तभी से चिड़ियाघर में संरक्षित शेरों की लगातार वंश-वृद्धि हो रही है।

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