भिण्ड, 21 अक्टूबर। मध्यप्रदेश में भिंड जिले के बबेड़ी गांव से सटे बीहड़ों में भारतीय वायुसेना का मिराज-2000 लड़ाकू विमान गुरुवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान एक खेत में गिरा और धरती में धंस गया। नियमित अभ्यास उड़ान पर निकले फ्लाइट लेफ्टिनेंट अभिलाष ने खुद को सुरक्षित इजेक्ट कर लिया। पैराशूट के सहारे फ्लाइट लेफ्टिनेंट अभिलाष क्रैश साइट से कुछ ही दूर खेत में उतरे, उन्हें हल्की चोटें भी आईं। वायुसेना प्रशासन ने दुर्घटना की जांच के लिए कोर्ट-ऑफ-इंक्वाइरी गठित किए जान के आदेश जारी कर दिए हैं। खेत में उल्का-पिण्ड की तरह जा धंसा आग का गोला बना मिराज-2000….

बताया जा रहा है कि ग्वालियर के महाराजपुरा वायुसेना केंद्र से मिराज-2000 विमान नियमित प्रशिक्षण पर रवाना हुआ था। अचानक कोई तकनीकी गड़बड़ी आई और फ्लाइट लेफ्टिनेंट अभिलाष को विमान से इजेक्ट होना पड़ा। विमान सीधे खेत में जाकर गिरा। विमान जहां गिरा, वहां बड़ा गड्‌ढा बन गया। विमान गिरते देख गांव में हड़कंप मच गया, हालांकि खेत सूने थे इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई। गांव वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। भिण्ड के एसपी मनोज कुमार सिंह भी मौके पर पहुंच गए। घटना की सूचना ग्वालियर वायुसेना केंद्र महाराजापुरा के अधिकारियौं को दे दी गई, वायुसेना की टीम भी मौके पर पहुंच गई। टीम को घटनास्थल के समीप सरसों के खेत में दो मिसाइलनुमा चीजें मिली हैं। हालांकि अभी पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है कि ये असली मिसाइल हैं या डमी।


पहले भी होते रहे हैं लड़ाकू विमान हादसे, फिर भी वायुसेना की ताकत है मिराज

ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश के भिंड जिले में दो साल पहले वायुसेना का विमान मिग-21 क्रैश हो गया था। हादसे में दोनों पायलट सुरक्षित बच गए थे। उन्होंने समय रहते विमान से इजेक्ट कर लिया था। क्रैश होने के बाद विमान गोहद तहसील के आलूरी गांव के पास गिरा था। इससे पहले भी वायुसाना केंद्र महाराजपुरा के लड़ाकू विमान क्रेश होते रहे हैं, लेकिन यह भी सच है कि मिराज-2000 करीब तीन दशक से  भारतीय वायुसेना के आक्रमण की प्रमुख ताकत बना हुआ है। वह अपनी क्षमता कारगिल से लेकर पाकिस्तान के विरुद्ध हुई एयर-ट्राइक में सिद्ध कर चुका है।

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