ग्वालियर, 12 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक रही राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 102वीं जयंती पर मंगलवार को श्रद्धांजलि अर्पित करने समूचा ग्वालियर अम्मा महाराज की छत्री पर उमड़ पड़ा। श्रद्धांजलि सभा आयोजन में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया, महाआर्यमान सिंधिया, राजमाता माधवीराजे सिंधिया, सांसद विवेक शेजवलकर, पूर्व सांसद अनूप मिश्रा, मध्यप्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा, प्रद्युम्न तोमर, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, सुरेश राठखेड़ा समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता-पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने परिवार समेत दी राजमाता को श्रद्धांजलि…..
केन्द्रीय मंत्री बनने के बाद यह पहला मौका है जब ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने परिवार समेत ग्वालियर आए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी व भाजपा की संस्थापक उपाध्यक्ष राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 102वीं जयंती समारोह में सिंधिया ने पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद सर्वप्रथम समस्त धर्मगुरुओं का सम्मान किया। इस अवसर अम्मा महाराजा की छत्री प्रांगण में भजन-संगीत का आयोजन हुआ। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने श्रद्धांजलि सभा में आए समस्त गणमान्य नागरिकों समेत भाजपा कार्यकर्ताओं, पधाधिकारियों और मध्यप्रदेश के मंत्रियों का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद सिंधिया जयविलास पैलेस होते हुए विमानतल से नई दिल्ली रवाना हो गए।
राजमाता की राजनीतिक यात्रा की झलकी का हुआ प्रदर्शन
ग्वालियर रियासत के प्रशासकों को राजपथ से लोकतंत्र में आकर लोकपथ पर लोकसेवा का मार्ग दिखाने वाली राजमाता विजायाराजे सिंधिया की 102वीं जयंती के अवसर पर शहर भर में श्रद्धांजलि के बैनर-पोस्टर लगाए गए थे। इसके साथ ही अचलेश्वर मंदिर चौराहा से अम्मा महाराज की छत्री परिसर तक राजमाता की राजनीतिक जीवन यात्रा को प्रदर्शित करने चित्रमय झांकी सजाई गई थी।
पत्नी को सहारा देकर साथ लाए सिंधिया
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कटोराताल छत्री पर पहुंचे तो उनके साथ मां, बेटे के अलावा पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया भी थीं। पत्नी के पैर में चोट होने के कारण केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने छत्री परिसर में आने से पुष्पांजलि अर्पित करने तक हाथ थामकर उन्हें सहारा दिया।