नई दिल्ली, 24 सितंबर। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार को हुए शूटआउट से देश की राजधानी में सनसनी फैल गई। इस घटना में हत्या, अपहरण, फिरौती और पुलिस पर हमला करने के आरोपी जितेंद्र गोगी को वकील के कपड़ों में आए दो हमलावरों ने गोली मार दी। इस घटना में गोगी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जवाबी घेराबंदी में हमलावर दोनों गैंगस्टर भी पुलिस ने ढेर कर दिए।
रोहिणी कोर्ट में अचानक हुए इस फिल्मी शूटआउट की बुनियाद बहुत पहले ही रखी जा चुकी थी। जितेंद्र गोगी का खौफ दिल्ली-NCR के साथ ही हरियाणा में भी कायम था। हमलावर दिल्ली के अलीपुर निवासी थे. उन दोनों पर हत्या और लूट के कई मामले दर्ज थे। गोगी को पुलिस ने पिछले साल गुरुग्राम से पकड़ा था, तब उस पर आठ लाख रुपये का इनाम था।
रौब ग़ालिब करने की होड़ में दुश्मनी में बदली कॉलेज की दोस्ती
गैंगस्टर जितेंद्र गोगी और टिल्लू ताजपुरिया कॉलेज से ही दोस्त हुआ करते थे। कॉलेज की दोस्ती पांच-छह वर्ष पूर्व दुश्मनी में बस इस होड़ में बदल गई कि किसका वर्चस्व ज्यादा असरकारी रहे। दोनों हिस्ट्रीशीटर एक दूसरे को मारने का कोई भी मौके गंवाने को तैयार नहीं थे। जेल में हों या बाहर इनके बीच की रंजिश में कभी कोई अंतर नहीं आया। जितेंद्र गोगी के हमलावर टिल्लू ताजपुरिया के शूटर बताए गए हैं। हालांकि टिल्लू अभी जेल में बंद है, उस पर हत्या, लूट जैसे गंभीर दर्जनों मामले दर्ज हैं।
वर्षों से जारी गैंगवार में दोनों के दर्जनों गुर्गों की हो चुकी है मौत
दोनों ही प्रॉपर्टी कब्जों और रंगदारी के कारण चर्चा में रहे और फिर इनके बीच एक दूसरे के काम में दखल से दुश्मनी शुरू हो गई। इसके बाद से ही ये लोग हर समय एक दूसरे को मारने की कोशिश जुटे रहने लगे थे। विगत वर्षों में इनके बीच बीस से अधिक गैंगवॉर हो चुकी हैं। इनमें दर्जनों बदमाशों की मौत भी हुई। लेकिन बताया जाता है कि टिल्लू के एक करीबी राजू की हत्या के बाद से ये दुश्मनी और अधिक हो गई। उसी समय से टिल्लू गैंग के लोग गोगी को जान से मारने की कोशिश में लगे हुए थे।
हरियाणवी गायिका की हत्या कर सनसनी बना था गोगी
- अक्तूबर 2017 में सोनीपत के गांव नाहरा-नाहरी निवासी 23 वर्षीय हरियाणवी नर्तकी-गायिका हर्षिता दहिया की चमराड़ा व काकोदा के बीच गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह एक कार्यक्रम से अपनी i-10 कार में अपने ड्राइवर और दो अन्य सहयोगियों के साथ वापस घर जा रही थी। चमराड़ा गांव से काकोदा की तरफ मुड़ी तो पीछे से काले रंग की फोर्ड फिगो में आए गोगी और उसके शूटरों ने ओवरटेक कर कार रुकवाई और तबड़तोड़ गोलीबारी कर हर्षिता की हत्या कर दी।
- गोगी और उसके साथियों ने 19 फरवरी 2020 को टिल्लू गैंग का साथ देने के शक में पवन व अंचिल ठाकुर नामक युवक पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। ठाकुर को 26 गोलियां मारी गई थीं, उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
- तिहाड़ जेल में रहने के दौरान गोगी ने दुबई के कारोबारी से पांच करोड़ की रंगदारी मांगी थी। इसके अलावा उसके गैंग में काफी शूटर बताए गए है। गोगी अपने गैंग में ज्यादातर युवाओं को ही भर्ती करता था।