




नई दिल्ली, 21 सितंबर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को ‘एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार’ के मॉडल की समीक्षा की। कार के कंसेप्ट को समझने के बाद उन्होंने विनाटा एयरोमोबिलिटी की युवा टीम की प्रशंसा करते हुए खुशी जताई। उन्होंने कहा कि इसके इस्तेमाल से मेडिकल इमरजेंसी में मदद मिलेगी। साथ ही यह कंसेप्ट एयरकार्गों के लिए भी कारगर साबित होगी।
भारत में बढ़ते जनसंख्या घनत्व के कारण सड़कों पर वाहनों की भीड़ से आए दिन यातायात अवरुद्ध होता रहता है। देश के बढ़ते ट्रैफिक कंजेशन के बीच मेडिकल इमरजेंसी और अत्यावश्यक कार्गो संचालन के लिए कुछ युवाओं की स्टार्टअप टीम ने हाइब्रिड उड़न-कार डिजाइन की है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को ट्वीट कर एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार के मॉडल की जानकारी दी।
हेलिटेक में 5 अक्टूबर को प्रदर्शित होगी भारतीय उड़न-कार
विनता एयरोमोबिलिटी 5 अक्टूबर को दुनिया की सबसे बड़ी हेलिटेक प्रदर्शनी में अपने मॉडल को पेश करेगी। विनता एयरोमोबिलिटी की टीम का दावा है कि उनकी उड़ने वाली कार काफी शानदार होने वाली है, जो बाहर से देखने में भी काफी आकर्षक होगी, इसमें जीपीएस ट्रैकर के साथ ही पैनोरमिक विंडो कैनोपी दी जाएगी, जो 300 डिग्री का व्यू दिखाएगी।
हाइब्रिड उड़न-कार से मिलेगी मेडिकल व कार्गो क्षेत्र को मदद
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए इस हाइब्रिड उड़न-कार के मॉडल की समीक्षा करते हुए कहा कि इसका इस्तेमाल ट्रैफिक इमरजेंसी में फंसे लोगों और कार्गो के परिवहन के लिए किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि युवाओं के इस कंसेप्ट से भविष्य में मेडिकल के क्षेत्र में काफी मदद मिलने की उम्मीद है। उड़न-कार से मेडिकल इमरजेंसी में लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है। उन्होंने एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार के मॉडल को बनाने के लिए टीम को शुभकामनाएं भी दी हैं।
वर्टिकल टेकऑफ व लैंडिग कर सकती है इलैक्ट्रिक हाइब्रिड उड़न-कार
हाइब्रिड फ्लाइंग कार का वजन 1100 किलोग्राम है और यह अधिकतम 1300 किलोग्राम वजन उठा सकती है। उड़न-कार हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (VTOL) में सक्षम है और इसका रोटर को-एक्सियल क्वाड-रोटर है। इस उड़न-कार में एक बैकअप पावर भी होगा जो पावर कट होने की स्थिति में मोटर को बिजली प्रदान कर सकती है।