ग्वालियर, 19 सितंबर। जिले में वैक्सीनेशन डाटा फीडिंग में लापरवाही देख कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह का पारा पहली बार सातवें आसमान तक चढ़ गया। गुस्से की गाज CMHO डॉ.मनीष शर्मा समेत बैठक में मौजूद हर अधिकारी-कर्मचारी पर गिरी। कलेक्टर के गुस्से का वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद बाद CMHO के इस्तीफे की चर्चा सोशल-मीडिया पर वायरल हुई, हालांकि कलेक्टर और खुद CMHO ने इसकी पुष्टि नहीं की।

शनिवार को कन्ट्रोल कमांड सेंटर पर कलेक्टर पहुंचे तब तक वैक्सीनेशन का डाटा फीड नहीं हो सका था। नाराज कलेक्टर खुद ही कम्प्यूटर पर डाटा फीट करने के लगे। इससे पहले 17 सितंबर को टीकाकरण महाअभियान के लिए रवाना किए जाने से पूर्व जीवाजी विश्वविद्यालय सभागर में सभी 459 दलों को पहुंचना था, लेकिन कलेक्टर के पहुंचने तक आधे दल भी नहीं पहुंचे थे। इस पर भी कलेक्टर नाराज हुए थे। वैक्सीनेशन जैसे महत्वपूर्ण मिशन में लगातार लापरवाही देख कलेक्टर का पारा चढ़ गया और गुस्सा CMHO डॉ.मनीष शर्मा पर फूट पड़ा।

सबके सामने CMHO को लगाई फटकार-CMHO के इस्तीफे की चर्चा

जीवाजी विश्वविद्यालय सभागार में कलेक्टर ने लापरवाही पर चिल्लाते हुए सबके सामने ही CMHO डॉ.मनीष शर्मा को लताड़ा था। शनिवार शाम से ही CMHO के इस्तीफे की चर्चाओं का बाजार सोशल-मीडिया पर गर्म हो गया। यहां चर्चा यह भी थी कि कलेक्टर ने CMHO को कहा था कि या तो तुम रहोगे या मैं। किंतु CMHO ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, जबकि कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने यह तो स्वीकार किया कि लापरवाही पर फटकार लगाई थी, लेकिन किसी से कोई इस्तीफा मांगे जाने से इनकार कर दिया। हालांकि बताया जा रहा है कि CMHO डॉ.मनीष शर्मा अवकाश पर चले गए हैं।

दरअसल जिले में वैक्सीनेशन लक्ष्य पूरा करने में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सारे काम छोड़कर जुटे हुए हैं। बूथ स्तर पर अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। जिले में लक्ष्यपूर्ति कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के कंधों पर है। जरा सी चूक का जवाब उन्हें मुख्यमंत्री तक को देना होता है, इसलिए उनका नाराज होना भी स्वभाविक ही है। विगत शुक्रवार को महा अभियान में 91 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी, फिर लक्ष्य पूरा नहीं हो सका था।

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