सुसाइड नोट में लिखा–मैने बच्चों को संस्कार दिए, बेटी ने ही करा दी पति की हत्या
ग्वालियर, 24 अगस्त। शहर के ठाटीपुर क्षेत्र के तृप्ति नगर में रहने वाले कलेक्टोरेट कर्मचारी रविदत्त दुबे का परिवार वक्त की महज़ महज 20 दिन की ज़ुंबिश में तहस-नहस हो गया। जिस बेटी को लाड़-प्यार से पाल पोस कर बड़ा किया था, उसीने पिता की हत्या अपने BF से करा दी। साजिश खुली तो नाबालिग बेटी को बाल सुधार-गृह भेज दिया गया, लेकिन मां यह सहन नहीं कर सकी कि उसके संस्कार इतने कच्चे निकले। बेटी की करतूत से पति को खो चुकी भारती दुबे ने जीवन से मुंह मोड़ लिया और 23 अगस्त की शाम बच्चों को बरगला कर 350 फीट ऊंचे किले से कूद कर जान दे दी। पिता के बाद मां भी साथ छोड़ गई अब एक परित्यक्त नवविवाहिता बेटी के ऊपर खुद के निर्वाह के साथ 12 वर्षीय छोटे भाई रूपेंद्र की जिम्मेदारी भी आ गई है। मेरे पति की हत्या हुई है, मेरी तेरहवीं मत करना….
बेटा-बेटी के साथ सोमवार शाम किले पर घूमने गई भारती दुबे संदिग्ध अवस्था में लापता हो गई थी। देररात तक पुलिस और परिजन किले की तलहटी में महिला को टॉर्च की रोशनी में ढूंढते रहे लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा लगा था। भारती की बेटी कृतिका ने पुलिस को बताया कि पिता की हत्या के बाद से मां डिप्रेशन में है। इस पर पुलिस की एक टीम तृप्ति नगर पहुंची तो उसे घर एक छोटा सा नोट मिला जिस में भारती ने लिखा-मैने अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दिए थे, फिर भी पता नहीं कैसे सलोनी ने पिता की हत्या करा दी। मैं बहुत दुखी हूं। पति की छोड़ी गई संपत्ति बेटे को दे दी जाए। मेरे पति की हत्या हुई है, मेरी तेरहवीं मत करना। मंगलवार दोपहर भारती को तलाश रही पुलिस को किला तलहटी में उनका शव नजर आया। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजन के सुपुर्द कर दिया गया है।
पति की हत्या के डिप्रेशन में 350 फीट ऊंचे किले से कूद गई पत्नी
रविदत्त की हत्या के बाद से पत्नी भारती डिप्रेशन में थी। सोमवार को भारती, बड़ी बेटी कृतिका और बेटे रुद्राक्ष के साथ किले पर घूमने पहुंची थी। कृतिका के अनुसार भारती ने यहां उनके साथ रेस्त्रां में खाना खाया था, लेकिन कृतिका को लाइट ऐंड साउंड कार्यक्रम के टिकिट लेने भेजकर और रुद्राक्ष से लघुशंका जाने की कहकर भारती लापता हो गई। कृतिका ने बताया कि आज उसकी मां को पिता रविदत्त की बेहद याद सता रही थी। जिसके चलते कृतिका ने भारती द्वारा आत्मघाती कदम उठाये जाने की आशंका भी जाहिर की थी।
बंद कमरे में गोली लगने से हुई मौत, ख़ुलासा हुआ चतो बेटी निकली मास्टरमाइंड
गौरतलब है कि थाटीपुर थाना अंतर्गत तृप्ति नगर में रहने वाले पीडब्ल्यूडी के टाइमकीपर रविदत्त दुबे की 4-5 अगस्त की दरमियानी रात घर में सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रविदत्त के अंधे कत्ल का खुलासा हुआ तो सनसनी फैल गई थी। रविदत्त की नाबालिग बेटी सलोनी ही हत्या की मास्टरमाइंड निकली थी। उसने अपने BF से पिता की हत्या महज़ इसलिए करा दी थी कि पिता ने उसे BF के साथ आपत्तिजनक हालत में देखकर पिटाई कर दी थी। पुलिस ने रविदत्त दुबे की नाबालिग बेटी और उसके BF को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था।
पिता से पिटाई को बना लिया रंजिश, BF के साथ मिलकर कर दी हत्या
मृतक रवि दत्त दुबे (45 साल) कलेक्ट्रेट में टाइमकीपर थे, वह 4-5 अगस्त की दरमियानी रात खाना खाकर अपने थाटीपुर स्थित मकान में पहली मंजिल पर सोए थे। रविदत अपनी पत्नी, बेटे और दो बेटियों के साथ थाटीपुर स्थित आवास में रहते थे। रात करीब 2 बजे कमरे में गोली चलने की आवाज आई थी। जब तक परिवार के अन्य लोग रविदत्त के पास पहुंचे तब तक वह दम तोड़ चुके थे, बिस्तर पर उनका रक्तरंजित शव पड़ा था।
बेटी की कॉल डिटेल खंगाले तो हैरत में पड़ गई पुलिस
अचानक सोते समय गोली चलना पुलिस की समझ में नहीं आया था। पुलिस अपने घर के सभी सदस्यों का सर्विलेंस शुरू किया, क्योंकि पुलिस को शक था कि इस वारदात में किसी न किसी परिवार के सदस्य का हाथ है। कॉल डिटेल में रविदत्त की छोटी बेटी सलोनी(17 वर्ष) पर पुलिस ने नजर गड़ाई तो कई अहम जानकारियां निकलीं। सलोनी पुष्पेंद्र लोधी नामक लड़के से वारदात के डेढ़ सप्ताह पूर्व से लगातार संपर्क कर रही थी, जबकि उसका प्रेमी करण राजोरिया था। ज्ञातव्य है कि सलोनी को उसके पिता ने करण के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था और घर आने पर उसकी पिटाई की थी। पिता द्वारा की गई मारपीट को सलोनी ने दिल में बिठा लिया था। उसने पहले तो BF करण राजोरिया से पिता को रास्ते से हटाने के लिए तैयार करने की कोशिश की, लेकिन उसने साफ मना कर दिया। इस पर सोलोनी ने करण के दोस्त पुष्पेंद्र लोधी पर डोरे डाले और उसे पिता की अकूत संपत्ति और शादी का झांसा देकर पिता की हत्या के लिए राजी कर लिया।
BF के कमरे में छिपा करा दी पिता की हत्या
पुष्पेंद्र को सलोनी ने चार अगस्त की रात कमरे में छुपा दिया था। रात ठीक 2 बजे पुष्पेंद्र ने कट्टे से रवि दत्त दुबे को गोली मार दी। इसके बाद सलोनी ने पुष्पेंद्र को चुपके से घर से बाहर निकाल दिया। घर में सो रहे व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से पुलिस भी हैरान थी, लेकिन जब पुलिस टीम ने इस रहस्य से पर्दा उठाना शुरू किया तो कारण जानकर वह भी हैरान रह गई। सलोनी और उसके प्रेमी को कट्टे सहित गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया था।