ग्वालियर,23 अगस्त। चिटफंड कंपनी सक्षम डेयरी लिमिटेड में पैसा लगाकर धोखा खाचुके लोग अब जिला प्रशासन के चक्कर लगा रहे हैं। ग्वालियर जिला न्यायालय ने 2 साल पहले 2019 में इन निवेशकों को सक्षम डेयरी लिमिटेड की चल अचल संपत्ति बेचकर निवेश कर्ताओं का भुगतान करने के निर्देश दिए थे। लेकिन इसके बावजूद 2 साल से यह लोग परेशान हो रहे हैं और अभी तक उन्हें उनका लंबित भुगतान नहीं मिला है।
दरअसल आनंद शर्मा नामक व्यक्ति ने सक्षम डेयरी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से चिटफंड कंपनी खोली थी। जिसमें लोगों को झांसा दिया गया था कि 6 साल में उनकी जमा रकम दोगुना और 8 साल में 3 गुना तक हो जाएगी। लोगों ने धड़ाधड़ इस कंपनी में निवेश करना शुरू कर दिया। यह बात 2009 और 2010 की है। इस बीच चिटफंड कंपनियों की कारगुजारी पर प्रशासन की नजर पड़ी तब तक हजारों निवेशक अपनी जमा पूंजी इन चिटफंड कंपनियों में लगा चुके थे। प्रशासन की सख्ती के बाद ज्यादातर चिटफंड कंपनियां भाग गईं। उनके संचालकों का अभी तक कुछ अता पता नहीं है कुछ लोग गिरफ्तार भी हुए, लेकिन जमानत पर छूट गए।
चिटफंडी करोड़ों का चूना लगा कर गायब, निवेशक व एजेंटों का जीना मुहाल
जिला न्यायालय के चक्कर लगा कर परेशान हो चुके लोग सोमवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने प्रशासन से उनकी जमा की गई रकम को वापस दिलाने की गुहार लगाई। निवेशक उत्तर प्रदेश राजस्थान तथा दूसरे राज्यों से आए हुए थे। किसी ने दो करोड़ तो किसी ने 50 लाख रुपए इस कंपनी में निवेश किए थे,अब यह सभी परेशान हैं। ज्यादातर यहां आए लोगों में निवेशक के साथ ही एजेंट भी शामिल थे, जिन्होंने अपने परिचितों और रिश्तेदारों को कंपनी में कमीशन के चक्कर में निवेश कराया था। इन एजेंटों का जीना मुहाल हो गया है। एजेंट्स का कहना है कि यदि उन्हें जल्द ही जमा की गई रकम नहीं मिली तो वे आत्महत्या तक कर सकते हैं।