नई दिल्ली, 12 अगस्त। संसद का मॉनसून सत्र पूरी तरह से हंगामे में धुल गय। बुधवार को सत्र खत्म हो गया। मॉनसून सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में जो हुआ उसकी फुटेज भी सामने आ गई है। किसी को बताया न जाए कि यह फुटेज भारतीय संसद के उच्च सदन (राज्यसभा) का है, तो कोई भी इसे किसी शेयर बाजार या कि सिनेमाघर के आगे सुपहरहिट फिल्म के टिकट खरीदने को लेकर हो रही कशमकश ही समझेगा। फुटेज में बुद्धिजीवी समझे जाने वाले माननीय राज्यसभा सदस्य सभापति के सामने अपनी बुद्धिमत्ता के स्थान पर शारीरिक शक्ति का प्रदर्शन करते नज़र आ रहे हैं। सभापति वैंकेया नायडू इस हंगामे को देख सदन में ही रो पड़े थे।

राज्यसभा में हुए हंगामे को लेकर सरकार और विपक्ष के आरोप-प्रत्यारोप प्रारंभ हो गए हैं। विपक्ष का आरोप है कि बाहर से मार्शल बुलाकर विपक्षी सांसदों के साथ बदसलूकी की गई है। जबकि, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल व प्रहलाद जोशी ने आरोप लगाया है कि विपक्ष प्रारंभ से ही हंगामे पर उतारू था। विपक्षी सांसदों ने रूल बुक चेयर की ओर फेंका, चेयर पर कातिलाना हमला किया गया। केंद्रीय मंत्रियों ने बताया कि चेयर की रक्षा के लिए तैनात महिला मार्शल के साथ विपक्ष के सांसदों ने धक्का-मुक्की भी की। देखिए, किस तरह उच्च सदन के माननीय सदस्य ने राज्यसभा को बना दिया दलाल-स्ट्रीट….

विपक्ष की ओर से आरोप लगाया गया है कि सरकार चर्चा नहीं कर रही है, जबकि केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी बताया कि विपक्ष सत्र को बर्बाद करने की पूर्व तैयारियों के साथ प्रारंभ से ही जुटा था। हमने विपक्ष से चर्चा करने के लिए अपील की थी, मंत्रियों का परिचय करवाने के लिए भी शांति विपक्ष से शांति बनाए रखने की भी प्रार्थना की गई थी। ताकि सरकार विपक्ष की मांग के अनुसार महंगाई, कोरोना संकट, कृषि आदि सदन से मंज़ूर विषयों पर चर्चा करा सके। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2004 से 2014 तक यूपीए के कार्यकाल के दौरान कई ऐसे बिल थे जो बिना किसी चर्चा के पास किए गए थे। संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने बताया कि जब कुछ सांसदों को सभापति ने अनुशासनहीनता के कारण निलंबित किया गया, तब कुछ सांसदों ने शीशा तोड़कर सदन में घुसने की कोशिश की।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के व्यवहार से पूरे सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है। पीयूष गोयल ने बताया कि नौ अगस्त को विपक्ष द्वारा हंगामा किया गया, रूल बुक को चेयर की ओर फेंका गया। पीयूष गोयल ने आरोप लगाया कि विपक्षी नेता की ओर से चेयर पर कातिलाना हमला किया गया।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि विपक्ष के सांसदों द्वारा महिला मार्शल के साथ धक्का-मुक्की की गई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मार्शल, सुरक्षाकर्मी सिर्फ सदन और चेयर की सुरक्षा कर रहे थे, वह किसी पक्ष-विपक्ष के नहीं थे, लेकिन उनके साथ भी विपक्ष के नेताओं द्वारा बदतमीजी की गई।

सरकार का आरोप, पहले से ही उच्च-सदन को बर्बाद करने की ठान चुके थे विपक्षी
1
.पहले से ही सत्र बर्बाद करने का तय कर चुका था विपक्ष, इसलिए सदन में काम नहीं करने दिया।

2.कोरोना, महंगाई, कृषि बिल पर सरकार चर्चा को तैयार थी, लेकिन विपक्ष पेगासस पर अड़ा रहा जो उच्चतम न्यायालय में लंबित है।  
3.
यूपीए सरकार ने  2004 से 2014 तक दर्जनों बिल बिना चर्चा के पास किए, जबकि हमने चर्चा करने की कोशिश की।
4. 
जिन छह सांसदों को निलंबित किया गया था, वो शीशा तोड़कर सदन में आना चाहते थे। उनकी इस हरकत से महिला मार्शल को चोट लगी। 5.विपक्षी सासंदो ने नौ अगस्त को टेबल पर चढ़कर हंगामा किया गया, रूलबुक को चेयर की ओर फेंका गया, इसे कातिलाना हमला माना जाना चाहिए। 
6.
विपक्ष की महिला सांसदों ने लेडी-मार्शल के साथ धक्का-मुक्की की, वीडियो फुटेज में ये साफ दिखाई दिया है।

7.कोई भी बाहरी सुरक्षाकर्मी सदन में नहीं आए, सिर्फ 30 सुरक्षाकर्मी जो सदन के ही हैं, वही चेयर की सुरक्षा में आगे आए। 
8.
विपक्ष सिर्फ अपनी बात कहने और डिवीजन के वक्त शांत रहा, बाकी पूरे समय हंगामा किया गया, और चेयर का अपमान किया गया.

इस तरह रहा 09 अगस्त का घटनाक्रम

 

•   06.02 PM: टीएमसी सांसद डोला सेन, शांता छेत्री ने सदन के वेल में नारेबाजी की।
•   06.22 PM: डोला सेन ने पीयूष गोयल, प्रहलाद जोशी का रास्ता रोकने की कोशिश की। 

•   06.26 PM: नासिर हुसैन, प्रियंका चतुर्वेदी, अर्पिता घोष ने वेल में घुस कर कागज़ों को फाड़ा।
•   06.31 PM: फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा ने लेडी मार्शल को खींचा और उसके सिर पर मारा।   

•   06.33 PM: रिपुन बोरा ने मार्शल के ऊपर चढ़कर सदन की चेयर तक पहुंचने की कोशिश की। 

•  06.40 PM: डेरेक ओ ब्रायन ने सदन में वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू कर दी।
•  07.04 PM: सदन के नेता द्वारा प्वाइंट ऑफ ऑर्डर उठाया गया, विपक्ष ने वॉक आउट कर दिया।
•  07.05 PM: अर्पिता घोष, एम.नूर और डोला सेन पहली बेंच पर ही खड़े हो गए। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *