ग्वालियर, 10 अगस्त। ग्वालियर जिला न्यायालय ने विगत वर्ष कंपू के पुलिस थाने के तत्कालीन प्रभारी केएन त्रिपाठी को ऑटो-रिक्शा चालक युवती के साथ दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोप से दोष मुक्त कर दिया है। न्यायालय ने इसके पीछे फरियादी युवती का अपने पूर्व बयान से मुकरना बताया है। इसके साथ ही फरियादी युवती के साथ साक्षी के रूप में मौके पर मौजूद रही काउसंलर सबा रहमान, अंजलि चौहान और संगीता चंदेल भी अपने बयान से पलट गईं।
ज्ञातव्य है कि कंपू थाने के तत्कालीन टीआई कैलाश नारायण त्रिपाठी को ऑटो-रिक्शा चालक युवती के साथ छेड़खानी करने के आरोप में गृह विभाग द्वारा बर्खास्त किया जा चुका है। तत्कालीन थाना प्रभारी त्रिपाठी उपने विरुद्ध TI कक्ष में युवती के साथ दुष्कर्म के प्रयास और शारीरिक छेड़छाड़ का मामला दर्ज होने के बाद लंबे अरसे तक फ़रार रहे थे। बाद में उन्हें उच्च न्यायलय से ही अग्रिम बेल मिल मिल सकी थी।
फरियादी ऑटो-रिक्शा चालक ने की थी महिला थाने में TI के विरुद्ध शिकायत
फटरियादी ऑटो-रिक्शा चालक ने 21 अक्टूबर 2020 को सुबह अपनी सहयोगी सबा रहमान और अंजलि चौहान के साथ कंपू थाने के तत्कालीन टीआई त्रिपाठी के विरुद्ध महिला पुलिस ताने में शिकायत दर्द कराई थी। शिकायत के अनुसार फरियादी को अपनी एक सहेली के वाहन की अस्पताल परिसर से चोरी होने की शिकायत दर्ज करानी थी। फरियादी युवती ने उस समय बताया था कि टीआई त्रिपाठी उसे बुलाकर कर केबिन में ले गए और उसके साथ छेड़छाड़ और बलात्कार की कोशिश की है। उसने अंजलि चौहान और संगीता चंदेल नामक महिलाओं से थाने के बाहर खड़े होकर केबिन में जाते और निकलते हुए वीडियो भी बनवाया था। साथ ही फरियादी महिला ने टीआई के साथ हुई वार्तालाप का ऑडियो क्लिप भी पुलिस थाना महिला को सौंपा था। बाद में फरियादी ऑडियो-क्लिप में दर्ज आवाज अपनी होने से भी मुकर गई। जेएमएफसी मयूरी गुप्ता ने फरियादिया और साक्षियों के पक्षद्रोही होने के कारण टीआई को दोनों धाराओं से दोष-मुक्त कर दिया। हालांकि उनकी सेवानिवृति में कुछ ही समय बचा है। टीआई को न्यायालय में दोषमुक्ति मिलने से बड़ी राहत हुई है, अब उनके दोबारा शासकीय सेवा में लौटने की संभावना बढ़ गई है।
ऑटो-रिक्शा चालक युवती ने लगाए थे यह आरोप
- e-रिक्शा चालक युवती ने बताया था कि 18 अक्टूबर रविवार को कंपू पुलिस ने जेएएच के पास से एक युवक को स्कूटर पर खड़े होकर शराब पीते पकड़ा था, उसे पुलिस कंपू थाने ले गई। सूचना पाकर युवक की पत्नी थाने पहुंची तो पुलिस ने युवक को छोड़ दिया, लेकिन स्कूटर रख लिया। वह महिला पीड़िता से परिचित थी, इसलिए पीड़िता उसे अपने e-रिक्शे पर लेकर उसके साथ थाने गई थी। उसने बताया था कि थाना में कंपू TI उस पर रीझ गए, बातचीत के दौरान ही लड़की का नंबर भी ले लिया था। इसके बाद उसी दिन लड़की को कॉल किया था और बातों का जाल बिछाते हुए बोले थे–कभी भी कोई काम हो तो आ जाना। इसके बाद TI ने WhatsApp पर कॉल व चैट शुरू कर दी और लगातार चार दिन तक पीड़िता को अपने पास आने के लिए रिझाया।
- फरियादी युवती ने बताया था कि उसने ठरकी TI की नीयत भांप ली थी और आखिरकार महिला सशक्तिकरण एक्टिविस्ट सबा रहमान से संपर्क किया था। सबा ने मामले की गंभीरता को समझते हुए ऑटो-रिक्शा यालक युवती के साथ मिलकर योजना बनाई थी। फरियादी ने बताया था कि उसे मोबाइल की रिकॉर्डिंग ऑन कर अंदर भेजा गया था। सबा और उनकी टीम बाहर कुछ दूरी पर ही खड़ी रही थी। फरियादी युवती ने बताया था कि जैसे वह TI केएन त्रिपाठी के केबिन में पहुंची थी वह उसके पास आकर खड़े हो गए थे। फरियादी ने बताया था कि TI ने पहले उसका हाथ पकड़ा था और खोंच कर सीने से लगाया था, और किस कर लिया था। उसने विरोध किया था, लेकिन TI ज्यादा ताकतवर निकला था। फरियादी युवती के अनुसार उसने स्थिति की गंभीरता समझ बुद्धि से काम लेते हुए कहा था-केबिन में कोई भी आ सकता है, इसलिए अभी जाने दो फिर कभी बुला लेना। इस पर TI ने उससे वचन लिया था कि वह ई-रिक्शा से शाम कैंसर पहाड़िया पर आ जाए वहां दोनों साथ सैर करेंगे।
- फरियादिया ने बताया था कि TI के जाल से छूटते ही महिला एक्ट्विस्ट सबा के साथ योजना के अनुसार आगे की कार्यवाही की और TI के विरुद्ध महिला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज हो गई थी।