दतिया,
09 अगस्त। पुलिस अधिकारी के साहस और सूझबूझ ने एक
बच्चे का जीवन बचा लिया। रविवार शाम को बकरी चरा रहे बच्चे का पैर फिसला और वह बांध
में गिर गया। चिरुला के थाना प्रभारी ने उसे न सिर्फ निकाला, बल्कि सूझबूझ के
साथ गोद में उठाए बच्चे के साथ दौड़ कर बंद रेलवे फाटक पार किया, उसे तत्काल पुलिस
के वाहन से सीधे अस्पताल रवाना कर दिया। डॉक्टर ने तत्काल बच्चे का इलाज शुरू कर
दिया और बच्चे का जीवन बच गया। डॉक्टर के मुताबिक बच्चा 5 मिनट और देर से पहुंचता तो उसका जीवन बचा पाना कठिन
होता। गौरतलब है कि रेस्क्यू के बीच रेलवे ट्रैक का बंद फाटक और ट्रेन की आमद के
संकेत खतरनाक बाधा थे। पुलिस के मानवीयता से भरे इस रैस्क्यू का वीडियो वायरल हो
गया है। पुलिस को 5 मिनिट विलंब हो जाता तो नहीं बच पाता चरवाहे बच्चे का
जीवन….
दतिया
के चिरूला डेरा निवासी 11 साल का हेमंत केवट रविवार शाम अंगूरी
नदी के किनारे बकरी चरा रहा था। अचानक उसका पैर फिसला और वह पास ही नदी पर बने बांध
में गिर गया। खुद को बचाने की जद्दोज़हद में जुटा हेमंत डूबने ही वाला था कि
सूचना पाकर पुलिस टीम पहुंच गई। पुलिस टीम ने किसी तरह हेमंत को बांध से
निकाल लिया, किंतु उसके शरीर में पानी भर गया था और स्थिति गंभीर थी। हेमंत को
तत्काल अस्पताल पहुंचाना आवश्यक था, किंतु पास के ही रेलवे ट्रैक पर ट्रेन आने का
सिंग्नल था औऱ फाटक बंद था। तभी TI गिरीश शर्मा ने बच्चे को गोद
में लेकर दौड़ लगा दी। उन्होंने लगभग 100 मीटर दौड़ते हुए रेलवे ट्रैक पार किया ही
था कि पीछे से ट्रेन निकल गई। फाटक पार होते ही वहीं खड़े पुलिस वाहन में बच्चे को
तत्काल अस्पताल रवाना किया गया, जहां बच्चे की तत्काल चिकित्सा हुई और उसका जीवन
बच गया।