धनबाद, 29 जुलाई। झारखंड के धनबाद में बुधवार सुबह एक ऑटो ने धनबाद कोर्ट के ADG-8 उत्तम आनंद को रणधीर वर्मा चौक के पास टक्कर मार कर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम दे ऑटो चालक फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने उन्हें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SNMCH) में एडमिट कराया, जहां उनकी मौत हो गई है। वारदात के CCTV फुटेज से साबित हो रहा है कि जज की साजिशन हत्या की गई है। रांची उच्च न्यायालय ने धनबाद के जिला जज से रिपोर्ट मांगी है।

पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल विकास सिंह ने उच्चतम न्यायालय में अपील की है कि इस मामले की CBI जांच करवाई जाए। विकास सिंह के अनुसार सीसीटीवी फुटेज से साफ लग रहा है कि यह सुनियोजित साजिश थी। फुटेज में साफ दिख रहा है कि सड़क किनारे चल रहे जज को ऑटो ने जानबूझकर टक्कर मारी है।

गौरतलब है कि जोगिंग के दौरान ऑटो की टक्कर से मारे गए ADJ उत्तम आनंद के न्यायालय में में कई बड़े मामलों की सुनवाई चल रही थी। इसमें बहुचर्चित सिंह मेंशन के करीबी रंजय सिंह का हत्याकांड भी शामिल है। इसके साथ ही जेल में बंद दर्जनों हत्याकांड में संलिप्त गैंगस्टर अमन सिंह मामले की सुनवाई समेत धनबाद में कई अपराधों को घटित करने वाले उत्तरप्रदेश के शूटर अभिनव प्रताप सिंह के मामले की सुनवाई भी ADJ आनंद के न्यायालय में ही हो रही थी। घटना की जानकारी परिजन को तब मिली जब काफी देर तक जज आनंद घर नहीं लौटे और परिजन ने पुलिस से संपर्क किया। इस जानकारी के बाद पुलिस ने SNMCH में इलाजरत अज्ञात व्यक्ति के एडीजे-8 उत्तम आनंद होने की पुष्टि की।

CCTV फुटेज से साफ–आटो ने जानबूझकर टक्कर मारी

CCTV फुटेज देखने के बाद कोई भी कह सकता है कि यह हादसा नहीं साजिश है। न्यायाधीश आनंद सड़क के किनारे जोगिंग करते हुए जा रहे थे। अचानक पीछे से आए ऑटो ने न्यायाधीश के पास पहुंचते ही तेजी से बाईं तरफ मुड़कर उन्हें ट्ककर मारी और तेजी से भाग निकला। गौरतलब ADJ उत्तम आनंद छह माह पूर्व ही बोकारो जिले से ट्रांसफर होकर धनबाद आए थे। वह धनबाद के बहुचर्चित रंजय सिंह हत्याकांड में सुनवाई कर रहे थे। इस मामले में झरिया की कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के मौसेरे देवर हर्ष सिंह आरोपी हैं। न्यायाधीश ने तीन दिन पूर्व यूपी के शूटर अमन सिंह के एक गुर्गे की जमानत याचिका खारिज कर दी थी।

उच्चतम न्यायालय ने कहा–अभी दखल की जरूरत नहीं

पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल विकास सिंह की अपील पर CJI एनवी रमना ने कहा कि इस मामले में झारखंड उच्च न्यायलय के चीफ जस्टिस डॉ.रविरंजन से बात की है। उच्च न्यायलय ने पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। साथ ही उच्च न्यायालय में गुरुवार को इस मामले की सुनवाई भी है। ऐसे में फिलहाल उन्हें ही केस हैंडल करने दीजिए, अभी हमारे दखल की जरूरत नहीं है।

ऑटो बरामद, जांच में चोरी का निकला

वहीं, पुलिस ने जज को टक्कर मारने वाले ऑटो को बुधवार देर रात गिरिडीह से बरामद कर लिया। जांच में पता चला है कि ऑटो मंगलवार को चोरी हुआ था और बुधवार सुबह 5:08 बजे जज उत्तम आनंद को टक्कर मार दी गई। जज सुबह पांच बजे मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। बाद में घर से कुछ दूर पर ही वे खून से लथपथ मिले। डेढ़ घंटे के बाद कुछ युवकों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। वहां इमरजेंसी में घंटे भर इलाज के बाद उन्हें सर्जिकल ICU में भर्ती किया गया और सुबह 9:30 बजे उनकी मृत्यु हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में ऑटो चालक समेत दो और संदिग्धों को हिरासत में लिया है, उनसे पूछताछ जारी है।

गैंगस्टर बाहुबलियों के मामलों की सुनवाई कर रहे थे उत्तम आनंद
जिला एवं अतिरिक्त न्यायाधीश उत्तम आनंद होटवार जेल में बंद गैंगस्टर समेत 15 बड़े अपराधियों के मामलों की सुनवाई कर रहे थे। उनके पास लंबित केसों में कई हाईप्रोफाइल मर्डर और आदतन अपराधियों के मुकदमे भी शामिल थे। उन्होंने दो मामलों में दो सगे भाइयों समेत तीन लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। आनंद के पिता सदानंद प्रसाद का कहना है कि तेनुघाट में पोस्टिंग के दौरान आनंद ने एक व्यक्ति को उम्रकैद की सजा दी थी। धनबाद में भी उन्होंने कुछ महीने पहले कुछ केसों में आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। ऐसे में शक है कि ऐसे लोग ही आनंद की जान के पीछे पड़ गए हों और उनकी हत्या करवा दी हो। वहीं आनंद के छोटे भाई सुमन शंभु ने भी केसों के सिलसिले में सजा पाए आरोपियों की खुन्नस को हत्या की वजह बताया है। पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ है कि उनके सिर पर भारी चीज से चोट के निशान भी मिले हैं। आनंद के पिता का भी आरोप है कि पहले रॉड से उनके बेटे के सिर पर हमला किया गया, फिर ऑटो से टक्कर मारी गई।

तीन साल पहले सिंह मेंशन के नजदीकी रंजय की हुई थी हत्या
पूर्व विधायक संजीव सिंह के करीबी रंजय सिंह की हत्या 29 जनवरी 2017 को हुई थी। घटना के समय रंजय चाणक्य नगर स्थित अपने फ्लैट से राजा यादव के साथ सिंह मेंशन जा रहे थे। रास्ते में ही उन पर गोलियों की बौछार हो गई। घायल स्थिति में उन्हें सेंट्रल अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। साथी राजा यादव के बयान पर सरायढेला थाना में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जांच के बाद इस मामले में हर्ष सिंह और मामा के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था।

बाहुबली विधायक सूर्यदेव सिंह के परिवार के हैं सिंह मेंशन और रघुकुल, सूर्यदेव के मरने बाद हुई रंजिशें

झारखंड कोयलांचल के धनबाद शहर में सिंह मेंशन और रघुकुल काफी चर्चित है। सिंह मेंशन की बुनियाद दंबग विधायक सूर्यदेव सिंह ने रखी थी, जो यूपी के बलिया जिले के मूल निवासी थे। कभी सिंह मेंशन बंगले में सूर्यदेव सिंह, बच्चा सिंह, विक्रम सिंह, राजन सिंह, रामधीर सिंह पांचों भाई रहते थे। बाद में बिक्रम सिंह बलिया में रहने लगे। सूर्यदेव सिंह के निधन के बाद बच्चा सिंह झरिया के विधायक व झारखंड के नगर विकास मंत्री बने। इस क्रम में उन्होंने सरायढेला इलाके में सूर्योदय नामक अपना बंगला बनवाया और उसमें रहने लगे।

इसके बाद राजन सिंह ने रघुकुल के नाम से आलीशान बंगला बनाया और सपरिवार उसमें रहने लगे। सिंह मेंशन में सूर्यदेव सिंह व रामधीर सिंह का परिवार रहता है। सूर्यदेव सिंह की पत्नी कुंती सिंह भी झरिया क्षेत्र की विधायक रह चुकी हैं। उनके पुत्र संजीव सिंह भी वहां से भाजपा के विधायक रहे हैं। नीरज सिंह ने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया। चचेरे भाई संजीव सिंह के खिलाफ झरिया से झारखंड विधानसभा का चुनाव लड़े, पर हार गए। झरिया से 2019 के चुनाव में नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा सिंह ने संजीव सिंह को शिकस्त दी थी।

देखिए वारदात की पुलिस द्वारा जारी CCTV फुटेज

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