ग्वालियर, 28 जुलाई। मध्यप्रदेश के गृह-मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा के गृह-नगर डबरा में शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में लंबे लॉकडाउन के दौरान बच्चे नहीं आए, तो बंदरों ने कब्जा जमा लिया। शासन के आदेश से 26 जुलाई को 11-12 कक्षाओं के विद्यार्थी जब विद्यालय पहुंचे नजारा देख डर कर भाग निकले। विद्यालय बंदरों का खेल मैदान बना हुआ था, यहां तक कि प्राचार्य की कुर्सी पर भी एक बंदर ने कब्जा जमा लिया था। प्राचार्य ने वन विभाग को पत्र लिख कर वानर सेना के आतंक से छुटकारा दिलाने के लिए कहा है।
डबरा का उत्कृष्ट विद्यालय बना बंदरों का खेल परिसर, कई को काटा-नोंचा
दरअसल डबरा के उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पिछले कई दिनों से बंदरों ने आतंक मचा रखा है। परिसर में धमाचौकड़ी मचाना इन बंदरों का इकलौता शौक बन गया है। विगत 27 जुलाई को तो बंदरों ने प्राचार्य कक्ष में घुस कर उनकी कुर्सी पर ही कब्जा जमा लिया। प्राचार्य ने कक्ष में प्वेश किया तो कुर्सी पर काबिज बंदर को भगाया, लेकिन जाते-जाते भी उसने कुर्सी की सीट को फाड़ दिया। विद्यालयों में नवीन प्रवेशों की मौसम है, इसलिए बच्चों के अभिभावकों का आनाना जाना है। अनजान अभिभावकों पर बंदर अचानक हमला कर भाग जाते हैं। इस तरह कई अभिभावक, बच्चे और विद्यालय कर्मचारियों को बंदरों ने काट कर घायल किया है।
लॉक-डाउन में बच्चे नहीं आए, बंदरों की मण्डली विद्यालय को बनाया साम्राज्य
लॉकडाउन के दौरान विद्यालय में बच्चों का आना जाना बंद रहा तो बंदरों को खाली परिसर खेल के लिए अनुकूल लगा और वहां उत्पात मचाना उनका शौक बन गया। गांव वाले उन्हें धार्मिक भावनाओं के कारण भगाते नहीं, जबकि विद्यालय में आने वाले बच्चों और शिक्षकों को बंदर घुड़की देने से बाज नहीं आते। बहरहाल, बंदरों ने विद्यालय को अपना साम्राज्य बना लिया है, और विद्यालय में आने वाले बच्चों, कर्मचारियों और अभिभावकों पर उनका ख़ौफ ग़ालिब है। प्राचार्य ने वन विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।