

भोपाल, 20 जुलाई। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पर जबलपुर लोकायुक्त ने एनएचएम के प्रभारी कार्यपालन यंत्री ऋषभ कुमार जैन को मंगलवार सुबह भोपाल के हबीबगंज स्टेशन से तीन लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। जैन पर आरोप हे कि सिवनी जिले में अस्पताल निर्माण कार्य के भुगतान के एवज में जबलपुर के ठेकेदार चंद्रभान विश्वकर्मा से रिश्वत की मांग की थी। लोकायुक्त टीम ने विश्वकर्मा की शिकायत की जांच के बाद छापामार कार्वाई में इंजीनियर ऋषभ कुमार जैन से र् दो लाख नगद एवं र् एक लाख का चैक बरामद किया है। ठेकेदार से सिविल व इलेक्ट्रिकल रिनोवेशन का बिल क्लियर करने मांगी थी रिश्वत, रंगे हाथों गिरफ्तार….
तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए 58 साल के एक्जिक्यूटिव इंजीनियर ऋषभ जैन ने रिश्वत लोना कुबूल तो किया ही, साथ ही सफाई देते हुए कहा–जो सिस्टम में है वही रिश्वत ले रहा था। ठेकेदार ने यही कहते हुए स्टेशन बुलाया था कि आपका जो बनता है, वह देने भोपाल आया हूं। इंजीनियर ने आगे यह भी कहा–मैं अकेला थोड़े ही हूं, सबके लिए ले रहा था। इंजीनियर ने रंगे हाथो पकड़े जाने पर कोई अफसोस भी नहीं जताया और बड़ी सहजता से बताया कि ठेकेदार के बुलावे पर मैं पहुंचा तो उसने कार में रख दिया। लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ने के बाद इंजीनियर के चूनाभट्टी स्थित मकान और नेहरू नगर स्थित मकान पर भी छापा मारा।
रंगे हाथों पकड़े गए एक्जिक्युटिव इंजीनियर ने खोली सिस्टम की पोल
नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (NRHM) के एक्जिक्यूटिव इंजीनियर ऋषभ जैन ने बताया कि मैं 2010 से भोपाल में पोस्टेड हूं। मुझे तो सिवनी जिला अस्पताल का प्रभारी बनाया गया है। सभी पेमेंट हो चुके हैं, सुबह जबलपुर निवासी ठेकेदार चंद्रभान विश्वकर्मा ने फोन करके हबीबगंज स्टेशन बुलाया था। वहां पहुंचने पर चंद्रभान ने कहा कि आपका जो बनता है, वह दे रहा हूं। उसने गाड़ी में रख दिए। इसके बाद लोकायुक्त की टीम आई और मुझे पकड़कर ले आई। मैंने क्या किया?
ठेकेदार की शिकायत, बिल भुगतान के लिए मांगी थी रिश्वत गौरतलब है कि जबलपुर के सिविल-इलेक्ट्रकल ठेकदार चंद्रभान विश्वकर्मा ने NRHM के तहत सिवनी के जिला अस्पताल में सिवल व इलेक्ट्रिकल रिनोवेशन का काम किया था। इसके अंतिम बिल भुगतान के लिए प्रभारी एक्जिक्यूटिव इंजीनियर ने रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत विश्वकर्मा ने जबलपुर लोकायुक्त एसपी से की। खुफिया जांच में शिकायत सही पाई गई तो ट्रैप की योजना बनाई गई और डीएसपी दिलीप झरबड़े के नेतृत्व में टीम गठित की गई। इसमें निरीक्षक स्वप्निल दास, कमल सिंह उईके, नरेश बहरा, भूपेंद्र दीवान, आरक्षक दिनेश दुबे और अमित मंडल जीत सिंह शामिल किए गए। ट्रैप टीम भी मंगलवार सुबह ठोकेदार के साथ ही भोपाल पहुंची और कार्रवाई को अंजाम दिया गया। फिलहाल इंजीनियर ऋषभ जैन से पूछताछ और उनकी संपत्तियों की छानबीन की जा रही है।