ग्वालियर, 30 जून। शराबी पति की आए दिन की मारपीट से तंग एक महिला ने गुस्से में आकर उसे कपड़े धोने की मोंगरी से मार डाला। मौत के बाद मामले को आत्महत्या का रंग देने के लिए भी उसका क्राइम-पेट्रोल देखने का शौक काम आया, उसने पति को फांसी के फंदे पर लटका कर नीचे उतारा और चारपाई पर लिटा कर बाहर आकर शोर मचा दिया। पति के मृत घोषित होने के बाद उसने सदमे में आ जाने का नाटक भी बखूबी निभाया। सदमे के बहाने वह 28 दिन तक  पुलिस को गुमराह करती रही। शराबी पति से तंग आकर गुस्से में आई पत्नी सिर पर दे मारी मोंगरी….

ग्वालियर में बहोड़ापुर के रामाजी का पुरा निवासी 38 वर्षीय परशुराम जाटव की पत्नी ममता ने दो जून 2021 को सड़क पर चिल्लाना शुरू किया। उसकी चीखें सुन पड़ोसी बाहर आ गए। सबको लगा कि पति ने उसे मार-पीट कर घर से निकाल दिया है, और खुद को कमरे में बंद कर लिया है। लोगों ने परशुराम के बड़े भाई पंचम सिंह को सूचना दी। पंचम जब घर पहुंचा और अंदर गया तो भाई का शव चारपाई पर पड़ा मिला, गले में साफी बंधी थी। पत्नी ममता ने परिजन को बताया कि परशुराम ने नशे में धुत होकर मारपीट की और उसे घर से निकाल दिया। इसके बाद परशुराम अंदर ही फांसी लगा ली। जब ममता ने अंदर जाकर फंदा खोला तो परशुराम की मौत हो चुकी थी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने आत्महत्या का मामला जानकर जांच शुरू की। सिर में चोट के बारे में प्रारंभिक पूछताछ में पत्नी ममता ने बताया था कि शव को फंदे से उतारते समय वह गिर गया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उठाया पर्दा, पुलिस की पूछताछ में कुबूल कर लिया अपराध

परशुराम की मौत को आत्महत्या मानती आई पुलिस टीम को जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिली तो सन्न रह गई। पोस्टमार्टम ने साफ तौर पर परसुराम की मौत को हत्या करार दिया। पोस्टमार्टम में बताया गया कि सिर पर भारी वस्तु से वार किया गया है, इससे परशुराम को ब्रेन हैमरेज हुआ औऱ उसकी मौत हो गई।  इसके बाद छानबीन नए सिरे से शुरू की गई। हत्या के 28 दिन बाद आखिरकार खुलासा हो ही गया कि शातिर पत्नी खुद ही पति की हत्यारोपी है। छानबीन कर रही पुलिस टीम ने पत्नी ममता को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तो वह जल्द ही टूट गई और वारदात कबूल कर ली।

क्राइम-पेट्रोल के शौक ने सुझाई हत्या की शातिर तरकीब

ममता ने पुलिस को बताया कि परशुराम आए दिन शराब पीकर मारपीट करता था। हर रोज की इस मारपीट और गाली-गलौज से 13 साल के बेटे पर भी गलत असर पड़ रहा था। पहले तो ममता ने पति से कहा कि वह यहां सब छोड़ कर मायके खुरैरी में जा कर रहेगी। परशुराम इसके लिए भी तैयार नहीं हुआ। परशुराम रोज की तरह दो जून को भी शराब के नशे में आया और पत्नी ममता की पिटाई की। इस पर ममता को गुस्सा आ गया, उसने पति से छुटकारे की तरकीब सोची औऱ बेटे को मोबाइल का चार्जर लेने बाजार भेज दिया। अकेल और नशे में धुत पति के सिर पर कपड़े धोने की मोंगरी से वार कर मार डाला। क्राइम-पेट्रोल की कहानियों से सीख ले ममता ने पति की साफी का ही फंदा डालकर आत्महत्या का रूप दिया। उस पर शक न हो, इसलिए बाहर आकर शोर मचा दिया। इसके बाद 28 दिन तक पति की मौत के सदमे का स्वांग रचते हुए पुलिस को भी धोखे में डाले रखा।  

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