देवास, 30 जून। मध्यप्रदेश में देवास जिले के नेमावर क्षेत्र में किराए के कमरे में रहने वाले आदिवासी परिवार के पांच लोगों की हत्या के मुख्य आरोपी ने अपराध स्वीकार कर लिया है। मुख्य आरोपी सुरेंद्र राजपूत ने बताया कि गर्लफ्रैंड के शादी का दबाव बनाने पर उसे परिवार समेत मार कर अपने ही खेत में दफना दिया। खुलासा हुआ है कि मुख्य आरोपी सुरेंद्र राजपूत ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।
आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए गर्लफ्रैंड रूपाली के मोबाइल से उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर परिवार के सकुशल होने की स्टेटस भी लगातार अपडेट किया। लेकिन, पुलिस को शक हुआ कि आखिर बार-बार एक ही फोटो से स्टेटस क्यों अपडेट किया जा रहा है, और मंगलवार हत्याकांड के रहस्य से पर्दा उठ गया।
बड़ी बेटी इंदौर से घर पहुंची तो कोई नहीं मिला, गुमशुदगी की जांच हुई तब मिले 5 शव
नेमावर के इस परिवार के पांचों सदस्य 13 मई से लापता थे। 17 मई को ममता बाई की बड़ी बेटी भारती कास्ते पीथमपुर से भाई के साथ गांव लौटी तो घर में कोई नहीं मिला। इसके बाद उसने इनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच के दौरान पुलिस ने नेमावर के हुकुमसिंह चौहान के खेत में हलवाहे का काम करने वाले ने पूछताछ में पुलिस को खेत में दफन शवों की जानकारी दी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने खुदाई कर कंकाल बन चुके पांच शव बरामद कर शिनाख्त गुमशुदा परिवार की बड़ी बेटी भारती से कराई। इसके बाद पुलिस ने हुकुमसिंह चौहान के 25 साल के पोते सुरेंद्र सिंह और उसके छोटे भाई भुरू को हिरासत में ले लिया। सख्त पूछताछ में दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
रूपाली को बॉफ्रैंड सुरेंद्र की शादी की भनक लगी तो बनाया खुद से शादी का दबाव
रूपाली और परिवार के हत्याकांड को 13 मई की रात रचा गया था। हत्या का कारण रूपाली के साथ सुरेंद्र का अफेयर औऱ शादी के लिए दबाव डालना था। रूपाली को भनक लग गई थी कि बॉयफ्रैंड सुरेंद्र परिवार की पसंद से किसी दूसरी सजातीय लड़की से शादी कर रहा है। रूपाली ने हत्याकांड से कुछ दिन पहले सुरेंद्र की मंगेतर के विरुद्ध इंस्टाग्राम पर आपत्तिजनक पोस्ट डाली थी। इसके बाद उसने सुरेंद्र पर शादी के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया था। उससे छुटकारा पाने के लिए सुरेंद्र ने हत्याकांड का षड़यंत्र रचा था। सुरेंद्र ने रूपाली को शादी के लिए सहमत होने का झांसा दे कर बुलाया और हत्या कर दी। इसके बाद रूपाली की स्कूटी से ही उसकी मां और बहनों को लाकर मार डाला। सभी को सिर पर रॉड मारने के बाद गला घोंटकर हत्या की गई थी। हत्याकांड के रहस्य को हमेशा के लिए रहस्य बनाए रखने के लिए खेत में JCB से बिजली के ट्रांसफोर्मर के नाम पर 10-12 फीट गहरा गड्ढा खोदकर रूपाली और उसके परिवार को दफना दिया गया था। मृत शरीर पूरी तरह समाप्त हो जाए इसके लिए नमक औऱ यूरिया भी डाला गया था। खुलासे के पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुरेंद्र और उसके भाई भुरू समेत सात दूसरे सहयोगियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
13 मई की रात पहले गर्लफ्रैंड को मारा, मामला पूरी तरह दबाने बहन-भाई व मां की भी हत्या
देवास SP शिवदयाल सिंह के अनुसार नेमावर में किराए घर में ममता बाई (45) अपनी बेटी रूपाली (22), दिव्या (14) के साथ रह रही थी। पीथमपुर से ममताबाई की भतीजी नीतू की बेटी पूजा (15) और पवन (14) भी आए हुए थे। 13 मई की रात सुरेंद्र ने रूपाली को शादी के संबंध में अपने खेत पर बुलाया था। वह अपनी स्कूटी से खेत पर पहुंची। यहां उसकी रॉड से हत्या कर शव छिपा दिया गया। इसके बाद सुरेंद्र का भाई भुरूरूपाली की ही स्कूटी लेकर उसके घर गया और मां ममता बाई और बहन दिव्या को ले आया। उन दोनों का भी रूपाली वाला हश्र कर आरोपियों ने मामला हमेसा के लिए दबाने के लिए स्कूटी से ही पूजा और पवन को भी खेत पर लाकर हत्या कर दी। पांचों शव को JCB से गड्ढा खोदकर दफना दिया।