इंदौर, 30 जून। SBI की मैनेजर स्वीटी सुनेरिया ने अपने ग्राहकों के सावधि जमा खातों से तीन साल में 11 करोड़ 84 लाख रुपए फर्जीवाड़ा कर लूट लिए। जांच कर रही CBI के छापे में मिले दस्तावेजों से उसके घोटाले की करतूत सामने आई। स्वीटी ने लूट का माल शेयर मार्केट में लगा दिया औऱ मामला खुलते ही पति के साथ फ़रार हो गई। बैंक मैनेजर स्वीटी की करतूत काली है तो उसका व्यवहार भी मीठा नहीं है। पति के साथ घर से फरार होने से पहले स्वीटी ने अपनी रोती मासूम बेटी को दो हजार रुपए थमा कर बोली थी कि वह दो दिन में आ जाएगी। मां को भी उसने पति के मामा के देहांत का बहाना बना कर अंधेरे में रखा और तब से फ़रार है।
घोटालेबाज को मां की ममता रोक सकी न मासूम बेटी के आंसू
बैंक मैनेजर के स्वीटी के विरुद्ध CBI ने 22 जून को FIR दर्ज की थी, लेकिन स्वीटी को इसकी भनक लग गई और वह CBI के इंदौर पहुंचने से पहले ही पति के साथ 29 मई को देर रात फरार हो गई। फरार होने से पहले स्वीटी अपनी मां के घर पहुंची और रोती हुई बेटी को मां के हवाले कर दिया। रोती हुई बेटी के आंसुओं से पिघलने की जगह स्वीटी ने मां से भी झूठ बोलते हुए कहा कि पति आशीष के मामा की निधन हो गया है, इसलिए दोनों दिल्ली जा रहे हैं। छापे के दौरान CBI अधिकारियों ने स्वीटी की छोटी बहन और उसके गोयल विहार खजराना स्थित घर में कई घंटों तक तलाशी ली थी।
स्वीटी ने तीन साल में 18 FD खातों से लगाया करीब 12 करोड़ का चूना
SBI के खजराना ब्रांच की मैनेजर स्वीटी सुनेरिया ने 2018-2021 के बीच यह बाजीगरी की। उसने 27 हजार रुपए बैलेंस के साथ शमी बानो के नाम से फर्जी खाता खोला। इसके बाद 18 सावधि खातों पर ओवर डॉफ्ट (OD) अकाउंट खोलकर 11 करोड़ 84 लाख का लोन लिया। इसके बाद ये रुपए पहले शमी बानो के फर्जी खाते के जरिए पति आशीष सलूजा और मां मंजूषा के खाते में स्थानांतरित कर दिए। शातिर स्वीटी ने 18 सावधि खातों पर लिए गए OD खातों में से लोन लेते वक्त अपने और परिवार के 2 सदस्यों के 11 अंको के गलत मोबाइल नंबर डाले ताकि ट्रांजेक्शन मैसेज FD खाते के असली उपभोक्ता के पास न पहुंच जाए।
FD का नवीनीकरण कराने पहुंची ग्राहक, पता चला उसके खाते पर हुआ OD लोन
27 सुलभ पति सुरेश शुक्रे के साथ मई 2021 को खजराना SBI में 10 लाख रुपए की FD को रिन्युअल कराने पहुंचीं। बैंक मैनेजर अंकुर शर्मा ने बताया कि उसकी FD पर तो लोन लिया गया है, इस पर दोनों चौंक गए। उन्होंने इसकी शिकायत SBI मुख्यालय को की गई। छानबीन हुई तो खुलासा हुआ कि बैंक में शमी बानो के नाम से 11 जून 2020 को एक खाता खुलवाया गया और उसके बैंक खाते में अलग-अलग FD के लोन के रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। शमी बानो के फर्जी खाते में जमा होने वाले रुपए इधर-उधर करके आखिर में बैंक अधिकारी स्वीटी, आशीष और मंजूला के खातों मे भेज दिया जाता था। बैंक ने जांच आगे बढ़ाई तो ऐसे 18 खातों का पता चला जिन पर OD लोन लिया गया था। इस तरह कुल 11 करोड़ 84 लाख की लूट की गई थी।