
ग्वालियर, 26 जून। शहर के इंदरगज पुलिस थाना क्षेत्र की रामदास घाटी में शनिवार सुबह पुलिस चैकिंग में एक कार में करीब 20 लाख रुपए की स्मैक पकड़ी गई। स्मैक ले जारहे आरोपी को पकड़ कर पूछताछ की गई तो पता चला कि पहले वह शराब तस्कर था, और जहरीली शराब बेचने के आरोप में पकड़ा गया था। छूटने के बाद वह शराब छोड़ ड्रग-स्मगलिंग करने लगा। पूछताछ में ‘चुहिया’ के नाम से जाना जाने वाला आरोपी ने बताया कि उसने भिंड बस स्टैंड के पीछे स्मैक तस्कर से यह माल बेचने के लिए लिया था। तेज रफ्तार कार रोकी तो चालक पुलिस से उलझा, चैकिंग में मिली लाकों की स्मैक….
ग्वालियर में इंदरगंज पुलिस थाने की टीम ने रामदास घाटी पर चैकिंग के दौरान तेज रफ्तार कार को रोका। रोके जाने पर कार चालक चैकिंग कर रहे पुलिस कॉन्स्टेबल्स नीरज यादव व मुकेश शर्मा से विवाद करने लगा। टीम लीडर उप-निरीक्षक अवधेश सिंह कुशवाह ने कार जब्त करने का निर्देश दिया। यह सुनते ही स्मगलर ने कार समेत भागने की कोशिश की तो पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया। तलाशी की गई तो कार में करीब 200 ग्राम स्मैक सीट के नीचे मिली। इसकी कीमत बाजार में करीब 30 लाख रुपए बताई जा रही है। पकड़े गए स्मैक तस्कर की पहचान तारागंज निवासी दीपक उर्फ चुहिया के रूप में हुई है।
जहरीली शराब में पकड़ा गया, छूटा तो स्मैक पैडलिंग में कमाने लगा मुनाफा
एडीशनल एसपी हितिका वासल के मुताबिक पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह स्मैक की खेप भिण्ड बस स्टैण्ड के पीछे रहने वाले नवीन नाम के युवक से लेकर आता था। और ग्वालियर के चिंहित इलाकों में नशे के आदी युवाओं को स्मैक सप्लाई करता था। पहले वह शराब की सप्लाई करता था, लेकिन जहरीली शराब के मामले में तीन बार पकड़ा गया। छूटा तो स्मैक-पैडलिंग में ज्यादा मुनाफा दिखाई दिया। नतीजतन दीपक उर्फ चुहिया युवाओं को स्मैक बेचने लगा। पकड़े गए तस्कर ने बताया कि पहले वह बस से स्मैक की खेप लेकर आता था। पहली बार समय बचाने के लिए कार ले आया था, औऱ पकड़ा गया। पुलिस से मुताबिक नशे का कारोबारी पुलिस के चंगुल में भी शराब के नशे की वजह से ही आया। शराब के नशे में वह पुलिस टीम से उलझती नहीं तो बच भी सकता था।