




रायपुर, 09 अप्रेल। कहते हैं कि भगवान के घर देर हैं अंधेर नहीं। मान्यता है कि शनि देव न्यायकर्ता हैं और सबके संकटमोचक बजरंगबली दुष्टों को दंड देने में कोताही नहीं करते। उनके ही मंदिर में कोई हिमाकत करे तो दंड तो मिलना ही था। लेकिन, छत्तीसगढ़ के कोरबा में हनुमान जी और शनि देव मंदिर में चोरी करने पहुंचे शातिरों ने यह कभी नहीं सोचा होगा उनकी अंधेरगर्दी की सजा में देर भी नहीं होगी। यहां उन्होंने चोरी की कोशिश की और तत्काल सजा भी मिल गई। हनुमान जी के मंदिर में चोरी की चेष्टा की तो शनि देव ने तत्काल कर दिया न्याय….
यह रोचक घटना कोरबा शहर के पावर हाउस रोड स्थित श्री सिद्ध वटेश्वर हनुमान-शनि मंदिर में घटी। मंदिर में विगत रविवार की रात ताला तोड़कर दो चोर दान पेटी से चोरी करने की नीयत से मंदिर में घुस गए। एक चोर ने लोहे की दान पेटी में हाथ डालकर किसी तरह रुपये निकालने की कोशिश की। उसकी चोरी के कौशल ने हाथ दान पेटी के अंदर पहुंचाने में तो सफल कर दिया, लेकिन बाहर निकालने का प्रयास किया तो फंस गया। दान पेटी में फंसी कलाई को बाहर निकालने के फेर में पूरी रात बीत गई। चोर के दूसरे साथी नें मंदिर में लगे त्रिशूल से दान पेटी को तोड़ने का भी भरपूर प्रयास किया, शनिदेव की तिरछी नजर और बजरंगबली की तनी हुई भौहों के प्रकोप से कोई बचाव संभव नहीं था। सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में पुजारी भगवान की सेवा में पहुंचे तो नजारा देखकर दंग रह गए। उन्होंने मंदिर को बाहर से ताला लगाया और आसपास के लोगों को इस घटना की जानकारी दी। देखते ही देखते मंदिर के बाहर भक्तों की भीड़ जुट गई। दान पेटी में चोर का फंसा हाथ देखकर श्रद्धालुओं चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। सब की जुबां पर बस यही था कि भगवान के घर में अंधेर तो हो ही नहीं सकता, अब ते साफ है कि अंधेर करने वाले को सजा में देर भी नहीं होती। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस की टीम सुबह करीब सात बजे मंदिर पहुंची।
मंदिर में कैद होने और भक्तों की भीड़ जुटते ही अपने आप निकल आया हाथ
रात भर तमाम कोशिशों के बाद भी चोर दानपेटी में फंसे हाथ को नहीं निकाल सके। पुजारी ने मंदिर में कैद किया और भक्तों की भीड़ जुटी तो एक और चमत्कार हुआ, चोर का हाथ अपने आप बाहर निकल आया। एक और चर्चा भी खूब होती रही कि दान पेटी में फंस चुके चोर के प्रति उसके साथी ने दोस्ती भी बखूबी निभाई। पुलिस सूत्रों के अनुसार दोनों चोर बाल्को के नेहरू नगर निवासी हैं। जिसका हाथ फंसा उसका नाम अजय और दोस्ती निभाने वाले साथी का नाम सुमित है। दोनों शातिर चोर हैं और चोरी के कई मामले इनके खिलाफ दर्ज हैं, लेकिन पहली बार मंदिर में चोरी की हिमाकत की औऱ शनिदेव के न्यायदंड का शिकार बन गए। पुलिस ने धार्मिक स्थल पर चोरी का प्रयास करने का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।