ग्वालियर, 05 अप्रेल। मध्यप्रदेश में सत्ता खोचुकी कांग्रेस में कभी गुटबाजी सड़क पर आ रही है, तो कभी महिला व पुरुष पदाधिकारी आमने सामने आ रहे हैं। सत्ता के हाशिए पर चल रही कांग्रेस की ग्वालियर इकाई में अब केबिन की लड़ाई शुरू हो गई है। जिला कांग्रेस समिति की महिला इकाई की अध्यक्ष रुचि राय ठाकुर का आरोप है कि वरिष्ठ नेतृत्व के सामने कार्यालय में अलग केबिन बनाने की सहमति के बावजूद ऐन वक्त पर समिति के अध्यक्ष ने मना कर दिया है। महिला इकाई की अध्यक्ष ने इस संबंध में कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई की अध्यक्ष मांडवी चौहान व प्रदेश समिति के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को अपनी शिकायत भेज दी है। इसके साथ ही रुचि राय जल्द ही पार्टी हाई कमान से भी गुहार लगाएंगीं। महिलाओं को सबके सामने समस्या बताने में होती है झिझक, अलग चेंबर में कह सकेंगी अपनी बात….
ग्वालियर में जिला कांग्रेस समिति की महिला इकाई की अध्यक्ष रुचि राय ठाकुर ने आधी आबादी की समस्याएं सुनने के लिए कांग्रेस भवन में अलग चेंबर की मांग की है। सोमवार को संवाद माध्यमों से चर्चा करते हुए रुचि राय ठाकुर ने बताया कि दरअसल महिलाओं से जुड़ी समस्याएं संवेदनशील होती हैं, और महिलाएं अपनी परेशानियां हर किसी के सामने जाहिर नहीं कर सकतीं। रुचि राय ने बताया कि उनके प्रस्ताव पर वरिष्ठ नेतृत्व के सामने जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने भी सहमति जताई थी। लेकिन, जब प्रस्ताव पर अमल करने की प्रक्रिया शुरू की तो वह पूरी तरह मुकर गए। रुचि राय की शिकायत के संबंध में जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा से सवाल किया गया तो उन्होंने तल्ख अंदज में कहा कि रुचि राय ठाकुर के पहले भी कांग्रेस कार्यालय से ही चलती थी, लेकिन उनकी कोशिश सिर्फ सस्ती लोकप्रियता हासिल करना, और पार्टी के लिए संकट बढ़ाना है।
रुचि राय–इनकार से उजागर हुई स्थानीय नेतृत्व की महिलाओं के प्रति मानसिकता
रुचि राय का आरोप है कि पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के सामने इसे स्वीकार करने के बावजूद जिला समिति के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा इससे मुकर गए। रुचि राय के अनुसार इस इनकार से आधी आबादी के हक के संबंध में स्थानीय नेतृत्व की मानसिकता उजागर हो रही है। जबकि जिला कांग्रेस के शहर अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा के अनुसार कांग्रेस कार्यालय में केबिन केवल उनके पास ही है वह सब कार्यकर्ताओं की बात सुनते हैं। अलग से महिला कांग्रेस के लिए केबिन बनाने के लिए कोई सहमति नहीं हुई है। बहरहाल, कांग्रेस के इस चेंबर वार पर सियासी गलियारों में चटखारे लिए जा रहे हैं।