ग्वालियर, 25 मार्च। जीवाजी विश्वविद्यालय (JU) के अकादमी विभाग में इंटरनेट पर पोर्न कंटेट देखे जाने का मामला उजागर हुआ है। कर्मचारियों ने 1,256 मिनट तक पोर्न-साइट देखी है। पोर्न के शौकीन कर्मचारी तब तक सिट्स सै चिपके रहे जब तक कि उन्हें नेशनल नॉलेज नेटवर्क (NKN) से चेतावनी नहीं मिल गई। इसके बाद NKN ने इन आठ ठरकी कर्मचारियों की ID बंद कर दी, और विभाग प्रमुख को नोटिस जारी कर जवाब मांगा। कर्मचारियों ने JU के नेटवर्क पर पोर्न-साइट के साथ ही गेंबलिंग गेम भी खेले, और हाई-रिस्क जोन में भी प्रवेश किया। इन कर्मचारियों ने ऐसी साइट भी खोलीं जिन्हें प्रतिबंधित किया गया है। तब तक देखते रहे पोर्न वीडियो, जब तक NKN ने नहीं नोटिस….

जीवाजी विश्वविद्यालय के अकादमी विभाग में अर्हंता, पीएचडी सहित अन्य अकादमिक-प्रशासन संबंधी कार्य किए जाते हैं। यहां आठ कंप्यूटर लगे हुए हैं। इस विभाग में कर्मचारियों ने 1-8 मार्च 2021 के बीच पोर्न-साइट की सर्च हिस्टरी मिली है। विभाग के कर्मचारी लगातार इन साइट पर समय बिता रहे थे। आखिरकार NKN ने इन ठरकियों की करतूत को पकड़ लिया औऱ JU प्रशासन को चोतवनी नोटिस भेज दिया।

विशेष जांच समिति ने हटाए पोर्न के शौकीन कर्मचारी

चेतावनी मिलने के बाद  सक्रिय हुए अधिकारियों ने बुधवार को एक कमेटी बनाई गई। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर चार आउटसोर्स कर्मचारियों व एक अतिथि शिक्षक को हटा दिया है। वहीं स्थाई कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पोर्न वीडियो देखने वालों में दो महिला व चार पुरुष कर्मचारियों के नाम आए हैं। साथ ही 58 साल के ठरकी स्थाई कर्मचारी का नाम भी आया है। सेवानिवृति की कगार पर बैठे इस कर्मचारी ने पोर्न के अलावा गेंबलिंग का भी आनंद लिया है। अपनी मौज के लिए इन कर्मचारियों ने कई बार हाई-रिस्क जोन में भी प्रवेश किया, प्रतिबंधित साइट खोलीं। जेयू के पीआरओ डॉ. केशव सिंह गुर्जर के अनुसार इसकी जांच के लिए बनआ गई कमेटी की रिपोर्ट पर आउटसोर्स कर्मचारी कपिल सेन, पूजा सेन, सोनाली मिश्रा व अनुराग शर्मा को कर्मचारियों को हटा दिया है। इनके साथ ही कंप्यूटर-साइंस विभाग में अतिथि शिक्षक हीरेंद्र की सेवा समाप्त कर दी गई। इसके अलावा स्थाई कर्मचारी रिशेक रजक को नोटिस जारी कर दिया है।

जेयू में दूसरी बार उजागर हुई पोर्न साइट की ठरक

– जेयू में पोर्न-साइट देखे जाना का मामला दूसरी बार उजागर हुआ है। इससे पहले लाइब्रेरी विभाग में इस तरह का मामला सामने आया था।

– अकादमिक विभाग में उजागर हुए मामले में 20 घंटे तक साइट देखी गईं। अकादमी विभाग में सुबह 10:30 से शाम 5:30 बजे के बीच होता है। इन आठ दिनों में 20 (1,256 मिनट) 20 घंटे इन साइट्स पर बिताए गए

– अकादमिक विभाग में महिला व पुरुष दोनों की काम करते हैं। साथ ही विद्यार्थियों का भी आना-जाना काफी रहता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *