



ग्वालियर, 24 मार्च। फुफेरे भाई की आशिकी में एक मां ने सगे रिश्तों को भी ड्रामे की सलीब पर चढ़ा दिया। बेटे के अपहरण का नाटक रचा, लेकिन पुलिस ने उसे बरामद कर लिया। बेटा वापस आया तो बात भी खुल गई। बेटे की वापसी हुई, साथ ही नाजायज रिश्तों की पोल खुली और सगे रिश्तों में फरेब की असलियत भी सामने आगई। नतीजतन महिला परिवार की आशंकित हिकारत की कल्पना से ही सिहर उठी, और फांसी के फंदे पर झूल गई। फरेब के इस खेल ने मासूम सो मां का आंचल छीन लिया। बेटे के अपहरण में मां होती गिरफ्तार, इससे पहले दे दी जान….
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में जनकगंज थाना क्षेत्र के हार कोटा सीर में सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हुए नौ साल के मासूम क्रिश कुशवाह की बरामदगी और अपहरण के इस नाटक में मां की भूमिका से पर्दा उठने के बाद बुधवार सुबह महिला ने फांसी लगा ली। हालांकि पुलिस अभी मुख्य आरोपी दामोदर कुशवाह के बयान के आधार पर अपहृत की मां संगीता कुशवाहा की भूमिका तलाश ही रही थी। संगीता को पता चल चुका था कि उसकी कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है। वह समझ गई कि अब अपहरण के ड्रामे के साथ ही फुफेरे भाई दामोदर के साथ नाजायज संबंध भी उजागर हो जाएंगे, साथ ही अपने ही बेटे के अपहरण का कलंक भी लगेगा ही। इससे पहले कि पुलिस संगीता तक पहुंचती, उसने फांसी के फंदे पर लटक कर जान दे दी।
प्रेमी को कर्ज से छुटकारा दिलाने रची पति से बेटे की फिरौती वसूलने की साजिश
ग्वालियर के हारकोटा सीर की संगीता कुशवाह के बुआ के लड़के दामोदर कुशवाह से अवैध संबंध थे। विवाहित और नौ वर्ष के बेटे की मां होने के बावजूद संगीता और दामोदर की नजदीकियां कम नहीं हुई थीं। दामोदर ने कई लोगों से CRPF में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपए लेकर अय्याशी में उड़ा दिये थे। कर्ज उतारने के लिए उसने प्रेमिका संगीता से मदद मांगी तो उसने अपने ही बेटे के अपहरण की पटकथा लिख डाली। संगीता के कहने पर मुख्य आरोपी दामोदर कुशवाह ने नौ वर्षीय मासूम क्रिष कुशवाह का अपहरण का नाटक किया। इसमें उसने एसएएफ से सेवानिवृत दोस्त कृष्णपाल की मदद ली और अपहृत बेटी को छोड़ने के नाम पर फूलों के कारोबारी पिता जितेंद्र कुशवाह से पांच लाख रुपए की फिरौती मांगी।
पुलिस सक्रिय हुई तो असफल हुई अपहरण की पटकथा
जनकगंज पुलिस ताने के TI संजीव नयन शर्मा ने बताया कि पुलिस ने CCTV फुटेज और कॉल-विवरण के आधार पर दामोदर को जल्द ही पकड़ कर क्रिष सकुशल बरामद कर लिया। जब दामोदर से पूछताछ शुरू हुई तो उसने क्रिष की मां संगीता कुशवाह की पटकथा की पोल खोल दी। इस फिल्मी ड्रामे के असफल होने से दामोदर का कर्ज उतारने का सपना तो टूटा ही मासूम क्रिष मां का साया भी हमेशा के लिए छिन गया।