ग्वालियर, 18 मार्च। ग्वालियर में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी (SADO) एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी (RAEO) के पद के लिए फरवरी में हुई लिखित परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाकर आंदोलन कर रहे कृषि विद्यार्थियों ने 29वें दिन सोमवार को सब्जी बेचकर विरोध जताया। आंदोलनकारियों की मांग है कि परीक्षा पूरी तरह निरस्त कर दोबारा कराई जाए। उन्होंने मांगे पूरी नहीं होने तक विरोध जारी रखने का संकल्प दोहराया।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर कागजी योजनाओं के खोखले प्रचार का आरोप लगाते हुए ग्वालियर में कृषि विद्यार्थियों ने सोमवार को कृषि महाविद्यालय परिसर के मुख्य द्वार पर सब्जी बेच कर विरोध जताया। कृषि विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार कृषि विद्यार्तियों के साथ छल कर रही है। प्रदेश में कृषि से संबंधित रिक्तियां होते हुए भी सरकार भर्ती ही नहीं कर रही है, और सालों बाद SADEO व RAEO के पदों की रिक्तियां जारी हुईं तो PEB ने परीक्षा में घोटाला कर मेहनत से तैयारियों में जुटे विद्यार्थियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
पढ़-लिख कर भी नौकरी नहीं, इसलिए कॉलेज-कैंपस में बेची सब्जी
कृषि अधिकारियों की भर्ती में PEB पर घोटाले का आरोप लगा रहे कृषि विद्यार्थियों ने संकल्प जताया कि उनका 29 दिन का आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक PEB की SADO-RAEO परीक्षा रद्द कर नई परीक्षा की घोषणा नहीं की जाएगी। आंदोलन के 29वें दिन कृषि-विद्यार्थियों ने महाविद्यालय परिसर के सामने ही सब्जी के बिक्री स्टाल लगा लिए। सब्जी बेच रहे विद्यार्थियों ने बताया कि कृषि विज्ञान की उच्च शिक्षा के बाद भी जब नौकरी नहीं मिल रही तो यही विकल्प बचा है। सरकार रोजगार के वादे पूरे नहीं करेगी तो सब्जी बेचकर ही की आजीविका चलानी होगी। आंदोलनकारियों की मांग है कि जब तक व्यापमं घोटाले की जांच पूरी कर परीक्षा निरस्त और नई तिथि की घोषणा नहीं हो जाती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।