ग्वालियर, 18 मार्च। एयरबेस पर MiG-21 बाइसन क्रैश में शहीद हुए ग्रुप कैप्टन आशीष गुप्ता को गुरुवार को अंतिम वायुसेना ने अंतिम सलामी दी। अंतिम संस्कार में शहर के नागरिक, अधिकारी और स्थानीय विधायक सतीश सिकरवार मौजूद रहे। बालाकोट एयर स्ट्राइक जाबांज हीरो को नौ साल के बेटे अतिन ने मुरार मुक्तिधाम मुखाग्नि दी। बेटे के पिता को अंतिम सलामी देते देख ग्वालियर के नागरिकों की आंखे नम हो गईं। वायुसैनिकों को सालामी और श्रद्धांजलि देते देख मासूम अतिन बस इतना बोल सका–पापा शहीद हो गए।
एयरफोर्स के ग्रुप-कैप्टन आशीष गुप्ता ने बुधवार को सुबह करीब 11 बजे Mig-21 बाइसन को प्रैक्टिस के लिए टेकऑफ किया था। इसी दौरान तकनीकी खराबी आने से प्लेन क्रेश हो गया, और ग्रुप-कैप्टेन शहीद हो गए। शहीद ग्रुप-कैप्टन आशीष गुप्ता मूलतः उत्तर प्रदेश में उरई के निवासी थे, लेकिन वायुसेना के ग्वालियर एयरबेस में तैनाती की वजह से यहीं रह रहे थे। शहीद का अंतिम संस्कार ग्वालियर के मुरार मुक्तिधाम में किया गया है। अपने बालाकोट एयर-स्ट्राइक हीरो को वायुसेना ने गार्ड-ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी। अंतिम संस्कार में वायुसेना के अधिकारियों के साथ कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, एसपी अमित सांघी भी मौजूद रहे।
पत्नी और 2 अबोध बेटे हैं शहीद की अंतिम निशानी
ग्रुप-कैप्टन आशीष गुप्ता के परिवार में पत्नी छाया व दो बेटे 9 वर्षीय अतिन उर्फ टिनटिन, 3 वर्षीय आदी उर्फ आदबिक हैं। सेवा-निवृत बैंक मैनेजर पिता प्रकाश चन्द्र गुप्ता फैजाबाद में रहते हैं, जबकि शिक्षक मां कृष्णाकांती देवी चार साल पूर्व स्वर्गवासी हो चुकी हैं। शहीद आशीष गुप्ता 26 फरवरी 2019 को बालाकोट एयर स्ट्राइक में आतंकवादियों के धूल चटाने वाले योद्धाओं में सम्मिलित रहे थे। ग्रुप-कैप्टन होने के नाते उनका स्ट्राइक में उनका अहम रोल था। अपनी पत्नी को इस संबंध में संक्षिप्त सी सूचना के अलावा उन्होंने किसीको इसके बारे में कभी नहीं बताया।