कोलकाता, 14 मार्च। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला होने की शिकायत को नकार दिया है। चुनाव आयोग के मुताबिक ममता बनर्जी को लगी चोट महज एक हादसा है। निर्वाचन आयेग की ओर से पर्यवेक्षकों और मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय की रिपोर्ट में भी हमले का जिक्र नहीं है, चोट का कोई कारण भी सामने नहीं आया है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कथित हमले को लेकर पर्यवेक्षकों और मुख्य सचिव की रिपोर्ट पर चुनाव आयोग ने रविवार को बैठक की। इसके बाद चुनाव आयोग ने ममता पर हमला हुए होने की आशंका को खारिज कर दिया है। चुनाव आयोग ने कहा कि नंदीग्राम में ममता बनर्जी पर हमले के कोई सबूत नहीं हैं, लिहाजा यह एक हादसा ही था।

चीफ सैक्रेटरी ने कहा–कार के दरवाजे से लगी चोट, ऑब्जर्वर्स ने भी नकारा हमला
शनिवार को मामले में चुनाव आयोग के सामने दो रिपोर्ट पेश की गईं। पहली रिपोर्ट में पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी ने बताया कि ममता बनर्जी को कार के दरवाजे से चोट लगी। इसके बाद शनिवार को ही देर शाम स्पेशल ऑब्जर्वर विवेक दुबे और अजय नायक ने भी अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसमें बताया गया कि नंदीग्राम में ममता के साथ हुई घटना महज हादसा थी। उनके काफिले पर किसी भी तरह के हमले के कोई सबूत नहीं मिले हैं। ममता के साथ उस दिन पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था थी।

विस्तृत रिपोर्ट: घटना के कोई सुबूत नहीं, CCTV फुटेज भी नहीं

शनिवार देर शाम पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी ने चुनाव आयोग को अपनी नई विस्तृत जांच रिपोर्ट सौंप दी थी। इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने तय समय में चुनाव आयोग को रिपोर्ट सौंप दी थी, लेकिन उसमें कई जानकारी स्पष्ट नहीं थी। रिपोर्ट में तथ्यों का जिक्र तो किया गया था, लेकिन घटना के कारणों का स्पष्ट ब्योरा नहीं था। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि 4-5 लोगों ने उन्हें धक्का दिया था। जिला प्रशासन के एक सीनियर अफसर ने बताया कि उस इलाके में सिर्फ एक दुकान पर CCTV कैमरा लगा था। वह भी काम नहीं कर रहा था। यहां तक कि मौके पर मौजूद लोग भी कुछ खास जानकारी नहीं दे पाए। इससे किसी निष्कर्ष पर पहुंचना संभव नहीं है।

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