भिण्ड, 06 मार्च। उत्तरप्रदेश के गैंग्स्टर विकास दुबे ने कानपुर के बिकरू कांड में जिन बंदूकों का इस्तेमाल पुलिस अफसरों और जवानों के हत्याकांड में किया था, उन्हें भिंड टशनबाज हथियार प्रेमियों ने खरीद लिया था। शनिवार शाम भिंड पुलिस ने बंदूकें खरीदने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन्हे ये बंदूकें एनकाउंटर में मारे गए गैंग्स्टर विकास के भाई दीपक दुबे ने बेची थीं। पुलिस ने आरोपियों से एक चेस्टर अमेरिकन सेमी ऑटोमेटिक बंदूक और एक 12 बोर डबल बैरल बंदूक बरामद की है। भिंड के टशनबाजों ने खरीदी गैंग्स्टर विकास की बिकरू कांड की बंदूकें….

उत्तरप्रदेश के कानपुर के गैंग्स्टर विकास दुबे ने जिन बंदूकों से बिकरू गांव में UP पुलिस के अफसरों और जवानों पर गोलियां बरसाईं थीं, उन्हें कानपुर STF तलाश रही थी। इस सिलसिले में STF की टीम कई बार ग्वालियर और भिंड में गोपनीय दबिश दे चुकी थी, लेकिन कुछ हाथ नहीं आ रहा था। इसी मामले में भिंड में  डिडी निवासी मनीष यादव उत्तरप्रदेश STF के हत्थे चढ़ा, मनीष ने स्वीकार कर लिया कि उसी के जरिए दीपक यादव ने विकास की बंदूकें बेची थीं।  

उत्तरप्रदेश STF की सुरागदेही पर भिंड पुलिस ने दबोचे हथियारों के तस्कर व खरीदार

कानपुर STF दोबारा भिंड आकर आरोपियों को पकड़ती उससे पहले ही भिंड पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर शास्त्री नगर निवासी आकाश कुशवाह उर्फ जग्गू को गिरफ्तार कर उसके पास से गैंग्स्टर विकास दुबे के भाई दीपक दुबे से खरीदी गई 12 बोर की डबल बैरल बंदूक बरामद कर ली। पूछताछ में जग्गू ने बताया कि विकास की दूसरी अमेरिकन मेड सेमी ऑटोमेटिक राइफल मेहगां के दैवरी हगांव निवासी अभिषेक पुत्र राजेंद्र शर्मा ने खरीदी थी। मेहगांव पुलिस ने अभिषेक को गिरफ्तार कर दूसरी बंदूक को भी बरामद कर लिया। विकास की 12 बोर की दुनाली बंदूक 30 हजार जबकि सेमी ऑटोमेटिक बंदूक तीन लाख में बेची गई थी। सूत्रों के मुताबकि दोनों को यह हथियार डिडी निवासी मनीष यादव के माध्यम से  बेचे गए थे। बिकरू कांड के हथियार के साथ पकड़ा गया आरोपी अभिषेक शर्मा करीब डेढ़ साल पहले भिण्ड में जिला न्यायालय के मालखाना से चोरी हुई 14 बंदूकों के मामले में भी आरोपी है, और पैरोल पर चल रहा है।

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