करीब 6 करोड़ की संपत्ति पर कब्जा और पैतृक मकान पर भी निगाहें, करीबियों के माध्यम से दिला रहे दमकियां

ग्वालियर, 07 मार्च। ग्वालियर के स्टोन-क्रशर कारोबारी ने गोहद के पूर्व विधायक व भाजपा नेता रणवीर जाटव पर आरोप लगाया है कि उन्होंने धोखाधड़ी करते हुए पहले पिपरसना स्थित प्लांट लीज पर लिया, और लीज खत्म होते-होते कूट रचना करते हुए उस पर कब्जा कर लिया। कारोबारी का आरोप है कि जब लीज खत्म होने पर प्लांट खाली करने को कहा गया तो पास ही स्थित दूसरे प्लांट पर भी काम करना दूभर बना दिया, और टॉर्चर का सिलसिला शुरू कर दिया गया। SP से IG और CM तक शिकायत, किसी ने नहीं सुनी पीड़ा…..

शिकायतकर्ता ने बताया कि अपनी पीड़ा से पुलिस के अफसरों से मुख्यमंत्री तक को अवगत करा चुका है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। व्यापारी ने दुख जताते हुए कहा कि पूर्व विधायक के इशारे पर की जा रही पुलिस, प्रशासनिक और राजनीतिक प्रताड़ना से उनका कारोबार ठप हो गया है। जबकि क्रशर-प्लांट्स का कर्ज चुकाते परिवार कंगाल हो चला है। प्रताड़ना जारी रही तो आत्महत्या के अलावा और कोई मार्ग नजर नहीं आ रहा है। इस संबंध में पूर्व रणवीर जाटव से उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल नंबर-9669942333 पर कई बार कॉल किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। उन्हें WhatsApp कॉल भी किए गए, वह भी अनुत्तरित रहे। खबर लिखे जाने तक कोई कॉलबैक भी नहीं आया।   

यह हैं व्यापारी के आरोप

  • शिकायतकर्ता राजेंद्र खंडेलवाल ने बताया कि भिंड के गोहद के पास गांव पिपरसना में उनकी कंपनी श्री जी इंफ्राटेक के नाम 2017 में काली गिट्टी का क्रशर-ल्पांट लगाया गया था। इसमें भागीदार चेतनप्रकाश गुप्ता से विवाद हुआ और पूर्व विधायक व भाजपा नेता रणवीर जाटव मध्यस्थता के लिए आगे आए और राजीनामा कराने का दावा किया।
  •  चेतन प्रकाश की मिली भगत से भाजपा नेता ने राजीनामे में धोखाधड़ी करते हुए अपनी साली मोनिका मौर्य के नाम से बनी कंपनी भगवती इंफ्राटेक को भी इसमें चेतन प्रकाश के स्थान पर शामिल कर लिया।
  • राजीनामे के नाम पर प्लांट को 4.5 माह के लिए पुराने प्लांट को अपनी साली की कंपनी के नाम लीज पर ले लिया। राजीनामे के मुताबिक लीज नवंबर 2020 में समाप्त हो गई, लेकिन प्लांट खाली नहीं किया गया।
  • प्लांट खाली करने लिए कहने पर पूर्व विधायक के लोगों ने टॉर्चर की सिलसिला शुरू कर दिया। श्री जी इंफ्राटेक के नए प्लांट का रास्ता रोक कर हमारा पूरा कारोबार ठप करवा दिया।
  • पूर्व विधायक के इशारे पर पुलिस ने रास्ता खुलवाने की जगह श्री जी इंफ्राटेक के ही तीन डंपर जब्त कर लिए। श्री जी इंफ्राटेक के निदेशकों के विरुद्ध षड़यंत्र पूर्वक SC/ST अधिनियम के तहत झूठी शिकायतें दर्ज करा दी गईं। कंपनी का ग्वालियर जिले के बिलौआ प्लांट को भी पूर्व विधायक रणवीर जाटव के इशारे पर बंद करा दिया गया, जबकि वहां दूसरे सभी प्लांट काम कर रहे हैं।
  • श्री जी इंफ्राटेक के निदेशकों का 1962 में सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर बनाए गए पैतृक निवास पर भी नगरनिगम से रणवीर जाटव के इशारे पर नोटिस दिलवाए।

khabarkhabaronki.com पर देखिए शिकायतकर्ता कारोबारी राजेंद्र खंडेलवाल के बेटे की जुबानी उनकी पीड़ा…..

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