

भोपाल, 02 मार्च। मध्यप्रदेश में खंडवा लोकसभा सीट से सांसद और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्य़क्ष नंदकुमार सिंह चौहान का सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। ज्ञातव्य है कि बीते माह 69 वर्षीय भाजपा नेता को गंभीर हालत में गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिवार में उनकी पत्नी, एक पुत्र एवं दो पुत्रियां हैं।
पारिवारिक सूत्रों ने मंगलवार दोपहर जानकारी दी कि उनका कोरोना टेस्ट तो निगेटिव आया था, लेकिन संक्रमण से फेफड़ों को हुई क्षति से वह उबर नहीं सके। उनके पुत्र हर्षवर्धन ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार बुरहानपुर जिले में स्थित उनके पैतृक गांव शाहपुर में किया जायेगा।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर नंदकुमार सिंह चौहान को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि नंदू भैया का निधन उनके लिए निजी क्षति है। शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा–प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नंदू भैया ने अपना सर्वोत्कृष्ट योगदान दिया। नंदू भैया की पार्थिव देह आज उनके गृह ग्राम पहुंचेगी। कल हम सब उन्हें विदाई देंगे। मैं उनके चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। सीएम शिवराज ने लिखा लोकप्रिय जननेता नंदू भैया, हम सबको छोड़कर चले गये। हमारे सब प्रयास विफल हुए। नंदू भैया के रूप में भाजपा ने एक आदर्श कार्यकर्ता, कुशल संगठक, समर्पित जननेता को खो दिया। मैं व्यथित हूं। नंदू भैया का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के कई नेताओं ने नंद कुमार सिंह चौहान को श्रद्दांजलि दी है।
ऐसी रही नंदू भैया की राजनीतिक यात्रा
नंदकुमार सिंह चौहान का जन्म बुरहानपुर जिले के शाहपुर में 8 सितंबर 1952 में हुआ था। स्नातकोत्तर के बाद उन्होंने राजनीति को अपने कैरियर के रूप में चुना और भाजपा में शामिल हुए। बुरहानपुर जिले की शाहपुर नगर पालिका में 1978-80 व 1983-87 तक शाहपुर-बुरहानपुर अध्यक्ष के तौर पर विजयी होकर नगर अध्यक्ष रहे। इसके बाद 1985-96 तक लगातार 2 बार बुरहानपुर क्षेत्र से विधायक रहे थे। नंद कुमार सिंह चौहान पहली बार 11वीं लोकसभा में खंडवा के सांसद बने। इसके बाद वह चार बार खंडवा से सांसद चुने गए। इसके बाद वह कांग्रेस के अरुण यादव से 2009 में हार गए, लेकिन अगले चुनाव में वह फिर सांसद चुने गए।