मथुरा, 24 फरवरी। आगरा-दिल्ली यमुना एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार रात हुए हादसे में हरियाणा को सफीदो निवासी मनोज गर्ग पत्नी औऱ दो बेटों समेत जान गंवा बैठे। मनोज परिवार के साथ बांके बिहारी के दर्शन करने मथुरा-वृंदावन जाते रहते थे। मनोज हरियाणा के सफीदों में पोल्ट्री फीड मिल का कारोबार करते थे। आनुवांशिक बीमारी के चरते रोशनी खो चुके 45 वर्षीय मनोज का पूरा परिवार ड्रायवर समेत यमुना एक्सप्रेस वे के माइल स्टोन 68 के पास थाना नौहझील इलाके में हुए हादसे में खत्म हो गया। पूरा परिवार खत्म होने की जानकारी फैलते ही पूरा सफीदों शोक में डूब गया। मनोज के घर लोगों का तांता लग गया। मनोज गर्ग सफीदों के प्रमुख समाजसेवी व हैचरी व्यवसाय से जुड़े शिवचरण गर्ग के छोटे भाई थे।
परिजनों के अनुसार मनोज अपने परिवार के साथ इस बार भी इनोवा गाड़ी से मथुरा-वृंदावन गए थे। सुबह परिवार के लोगों को हादसे की सूचना मिली। गाड़ी में मनोज (45), उनकी पत्नी बबिता (40), 18 साल का बेटा अभय और 16 साल का हेमंत था। हादसे में मनोज के साले के दो बच्चों तनु (11) पुत्र मुकेश मित्तल और हिमादरी (14) की भी जान चली गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार हादसा उस वक्त हुआ जब नोएडा की तरफ से आ रहा टैंकर साइड का टायर फटने से बेकाबू होकर दूसरी तरफ की सड़क पर पलट गया, ठीक उसे समय आगरा की तरफ से आ रही इनोवा कार से उसकी टक्कर हो गई। इनोवा को काटकर फंसे शवों को नौहझील पुलिस और एक्सप्रेस-वे कर्मियों ने निकाला। हादसा मंगलवार रात करीब 11 बजे हुआ। जानकारी के अनुसार इनोवा का ड्राइवर राकेश जयपुर का रहने वाला था। वह 11 साल से मनोज गर्ग के फीड मिल में काम करता था।