ग्वालियर, 18 जनवरी। सूर्य के उत्तरायण होते ही भू-अभिलेख की सहायक लेखाधिकारी सूर्या सिंह ठाकुर को उसके पति ने ही मार डाला। हत्या के बाद डेंटिस्ट डॉ.संजय सिंह बैस ने शव के पूरे 24 घंटे बर्फ के सहारे बैडरूम में ही रखा, और बदूब रोकने लगातार रूम फ्रैशनर का छिड़काव करता रहा। दूसरे दिन शराब पी और बोरे में भर कर पत्नी के शव को स्कूटर पर रखकर ही ठिकाने लगा दिया। इसके बाद ससुराल वालों के दबाव में पुलिस थाने में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई। पुलिस पूछताछ में टूटकर डॉ.संजय सिंह ने अपराध स्वीकार कर लिया, उसे सोमवार को अदालत में पेश कर दिया जाएगा।     

उत्तरायण सूर्य प्रखरगामी होने के साथ ही मध्यप्रदेश भू-अभिलेख विभाग की सहायाक लेकाधिकारी सूर्या के जीवन को उसके ही पति ने अस्त कर दिया। इसके बाद हत्यारे पति ने बोरे में बांधकर शव को और स्कूटर पर आगे लादा औऱ  कलेक्टोरेट रोड़ पर मेट्रो टावर से सटी झाड़ियों में फेंककर पेट्रोल उड़ेल कर आग लगा दी। शव ठिकाने लगाने के बाद डॉ.संजय ने ससुरालियों के दबाव में शुक्रवार रात 12 बजे ठाटीपुर पुलिस थाने में सूर्या की गुमशुदगी दर्ज कराई।

चरित्र पर था संदेह इस लिए की पत्नी की हत्या

पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के अनुसार डॉ.संजय ने बताया कि उसे पत्नी के चरित्र पर संदेह था, इस बात पर दोनों में झगड़े भी होते रहते थे, हत्या के दिन भी सूर्या से इसी बात पर झगड़ा हुआ और उसने एक मुक्का पत्नी की गर्दन पर मार दिया। मुक्के से वह अचेत हो गई, औऱ फिर उसका गला तब तक घोंटा जब तक कि उसकी मृत्यु नहीं हो गई। पूछताछ में आरोपी डॉ.संजय ने बताया कि शादी के बाद हनीमून के दौरान उसके पत्नी को बॉयफ्रेंड से सोशल मीडिया पर चैट करते पकड़ा तो किसी गैर मर्द से बात करने से रोका, लेकिन वह नहीं मानी। तब से दोनों के बीच इस बात को लेकर लगातार झगड़े होते रहे।

CCTV फुटेज में स्कूटर से उसी रूट पर जाते दिखाया तब स्वीकारा अपराध

सूर्या का अधजला शव मिलने के बाद से ही संदेही के तौर पर पुलिस ने उसके पति डॉ.संजय सिंह बैस को हिरासत में लेकर पूछताछ प्रारंभ कर दी थी, लेकिन डॉ.संजय पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा। पुलिस का संदेह तब गहराया, जब ये पता चला कि गुमशुदगी दर्ज कराने पर उसने पत्नी का फोटो नही दिया था। शव मिलने पर उसने पत्नी को पहचाना नहीं जबकि शव के कपड़े उसी पीले रंग के थे जैसे रिपोर्ट में लिखाया था। पुलिस ने संदिग्ध रास्तों के CCTV कैमरे खंगाले। शुक्रवार की रिकॉर्डिंग देखी तो एक जगह डॉक्टर संजय अपने स्कूटर पर आगे बोरा रखकर ले जाता हुआ नजर आया, उसकी मोबाइल लोकेशन भी उसी इलाके की थी।

पति ने नहीं पहचाना, बहन ने दीदी की अंगूठी व चैन देखी तो चीख पड़ी

ठाटीपुर इलाके के मेट्रो टॉवर में रहने वाले डेंटिस्ट डॉक्टर संजय सिंह बैस ने शुक्रवार देर शाम की लिखाई गुमशुदगी की रिपोर्ट में बताया था कि घर से ऑफिस जाने की कहकर निकली भू-अभिलेख विभाग में पदस्थ सहायक लेखाधिकारी उसकी पत्नी सूर्या सिंह वापस नहीं लौटी है। तलाश में जुटी पुलिस को मेट्रो टॉवर के पास झाड़ियों में अधजला शव पड़ा होने की सूचना शनिवार दोपहर पुलिस को मिली थी। विश्वविद्यालय पुलिस थाने के जांच दल को फोरेंसिक विशेषज्ञ डॉ.अखिलेश भार्गव के साथ मौके पर भेजा गया, टीम को शव के पास एक बोतल और माचिस पड़ी थी। महिला के शरीर का आधा हिस्सा जल चुका था। शिनाख्त के लिए जिले के सभी थानों को सूचना दी गई और गुमशुदाओं के परिजन को बुलाया गया। सूर्या सिंह के पति डॉ.संजय सिंह बैस को भी बुलाया गया, लेकिन उसने पत्नी की पहचान नहीं की। शनिवार शाम सागर से सूर्या सिंह के मायके से पिता, बहन व दूसरे परिजन भी पहुंचे। सूर्या की बहन अनामिका ने दीदी की अंगूठी और चैन देखते ही पहचान ली और चीख कर रो पड़ी।

दीदी के वेतन से चलता था खर्च, सारा काम करके जाती थी कार्यालय, फिर भी मारते थे पति और ननद

सीएसपी यूनिवर्सिटी रत्नेश तोमर ने बताया कि सूर्या और दतिया में पदस्थ डेंटिस्ट डॉ.संजय सिंह बैस की डेढ़ साल पहले शादी हुई थी। मूलत:सागर के मल्हेरा निवासी सूर्या के विवाह में 25 लाख से भी ज्यादा का दहेज दिया गया था, वह पति से ज्यादा वेतन भी पा रही थी, इसके बाद भी दोनों में झगड़ा होता रहता था।
बहन अनामिका ने आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही संजय और उसके बहन-बहनोई सूर्या को टॉर्चर करते रहते थे। परिजन का दावा है कि इसके प्रमाणस्वरूप उनके पास कॉल रिकॉर्डिंग आदि उपलब्ध हैं। परिजन का आरोप है कि इस मामले में सूर्या की ननद नेहा और उसके पति अयान शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है, इसलिए उन्हें भी आरोपी बनाया जाना चाहिए। ज्ञातव्य है कि संजय सिंह का शादी बाद से ही पत्नी से झगड़ा होने लगा था। छोटी बहन अनामिका ने बताया कि डॉ.संजय अक्सर सूर्या से कहता था कि तुम्हारी नौकरी मुझसे अच्छी क्यों है। सूर्या के वेतन से ही घर का खर्च चलता था, वह दोनों समय का काम भी करती थी और कार्यालय भी जाती थी।

हत्यारों को मिले मौत की सजा–तभी मिलेगी दीदी की आत्मा को शांति  

सूर्या की छोटी बहन अनामिका और पिता ने मांग की है संजय सिंह व उसके बहन-बहनोई को मौत की सजा मिले तभी उन्हें सुकून व सूर्या की आत्मा को शांति मिलेगी। फिलहाल पुलिस ने सूर्या सिंह टाकुर केपति डॉ.संजय सिहं के विरुद्ध मामला दर्ज कर उसे अदालत के सामने पेश करने की तैयारी कर ली है।

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