मृतकों की कार की गति इतनी तेज कि सेफ्टी एयर-बैग भी नहीं बचा सके जान
ग्वालियर, 10 जनवरी। शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात रेसकोर्स रोड पर एक के बाद एक तीन कारें आपस में टकराने के साथ ही सड़क पर गिट्टी उतार रहे डंपर से जा टकराईं। कारों की भिड़ंत में दो सवारों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार घायलों में से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई है, तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी, और प्रारंभिक छानबीन के बाद मामला दर्ज कर लिया गया। सड़क पर गिट्टी उतार रहे डंपर से बचने अचानक ब्रेक लगाने से एंबुलेंस समेत तीन कारों की हुई आपस में भिड़ंत…..
शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात रेसकोर्स रोड पर गौशाला के सामने डंपर गिट्टी उतार रहा था। इसी समय स्टेशन की ओर से आ रही एक एम्बुलेंस ने डंपर के पास आकर अचानक ब्रेक लगा दिए। अचानक ब्रेक लगने ले पीछे आ रही कार ने भी ब्रेक लगाए। दो कारों के ब्रेक लगाने से इन दोनों के पीछे आरही भिंड के एजेके थाना में पदस्थ एएसआई हेम सिंह कुशवाहा की कार क्रमांक एमपी30 बीसी-4141 का चालक गाड़ी की गति को नियंत्रित नहीं कर सका, औऱ आगे वाली कार से टकरा कर डंपर से जा भिड़ी। भिंड नंबर की कार में 4 से 5 लोग सवार थे। उनमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं। हादसे में सभी 6 लोग घायल हुए थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया है। अस्पताल में 2 मौत की पुष्टि हो गई है। इनके नाम अखिलेश तोमर और संदीप सिंह बताए गए हैं, जबकि शेष घायलों का इलाज किया जा रहा है। घायलों की पहचान लक्ष्मी, अनुज, अंकित और राहुल के रूप में हुई है।
रो-रोकर बोली लक्ष्मी मेरे कहने पर मामा अंकित की कार में न बैठते तो नहीं जाती जान
शनिवार रात मॉल से निकलने के साथ ही अंकित ने 100 से 120 की गति से कार दौड़ा दी थी। रविवार सुबह होश में आई दुर्घटना में घायल लक्ष्मी भदौरिया ने रोते हुए पुलिस को बताया कि मैंने और मामा ने कई बार अंकित से गति कम करने के लिए कहा, लेकिन उसने हर बार अनसुना कर दिया। कुछ ही मिनट बाद कार आगे जा रही दूसरी कार से टकरा गई। हादसे में लक्ष्मी के मामा सेना में हवलदार अखिलेश सिहं तोमर और संदीप सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस को दुर्घटना के बारे में बताते हुए लक्ष्मी बार बार रो पड़ी, उसने कहा– काश! अखिलेश मामा उसके कहने पर अंकित की कार में नहीं बैठते। अंकित कार इतनी तेज चला रहा था कि कार के सैफ्टी एयर-बैग्स खुल गए थे।
मॉल से ख़रीदारी कर लौट रहे फौजी ने भांजी की बात मान दोस्त की कार में ली थी लिफ्ट
भिंड निवासी लक्ष्मी भदौरिया डीडी नगर निवासी अपने मामा अखिलेश सिंह तोमर के साथ शनिवार रात फूलबाग स्थित मॉल में खरीदारी करने आई थी। अखिलेश सेना में हवलदार थे। वह अंबाला में पदस्थ थे। नए साल पर छुट्टी लेकर वह घर आए थे। परिवार में उनकी पत्नी व एक बच्चा भी है। जब ख़रीदारी कर वह लौट रहे थे, तो मॉल में ही लक्ष्मी को दोस्त अंकित राजावत मिल गया। वह अपनी कार एमपी30 बीसी-4141 में सवार था। उसने उन्हें घर छोड़ने के लिए कहा था।
कार में अंकित के दोस्त अंकित जादौन, अनुज भारद्वाज बैठे थे। रात 12 बजे के करीब कार रेसकोर्स रोड पर गौशाला के पास गिट्टी उतार रखे डंपर से बचने के चक्कर में आगे खड़ी कार से जा टकराई थी। दुर्घटना में फौजी अखिलेश तोमर, राहगीर डबरा निवासी संदीप जाट की मौके पर ही मौत हो गई थी। हादसे में अनूप भारद्वाज ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अंकित राजावत और अंकित जादौन की स्थिति अब भी नाज़ुक बनी हुई है।