इंदौर, 18 दिसंबर। मध्यप्रदेश SAF के ड्राइवर कॉन्स्टेबल ज्योति प्रसाद शर्मा और उनकी पत्नी नीलम की हत्या उनकी नाबालिग बेटी ने प्रेमी के साथ मिलकर पूरी योजना के साथ करा दी। अपराध के बाद फ़रार हुई बेटी बाइक से मंदसौर होते हुए राजस्थान निकल भागने की फिराक में प्रेमी के साथ गिरफ्तार कर ली गई है। पुलिस की प्रांभिक पूछताछ में ही दोनों ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है।

ज्ञातव्य है कि इंदौर के एरोड्रम रोड़ पर रुक्मणि नगर में गुरुवार तड़के 5 बजे हुए इस सनसनीखेज हत्याकांड के आरोपियों की तलाश के लिए इंदौर पुलिस ने 5 टीमें गठित की थीं। मोबाइल लोकेशन लेने के लिए सायबर सेल भी एक्टिव था, फलस्वरूप वारदात के 12 घंटे के अंदर ही आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ गए। उनके पास से करीब एक लाख रुपए मिले हैं।

हत्या से 24 घंटे पहले बंद कर लिया था मोबाइल, ऑन करते ही फंसे पुलिस के शिकंजे में   

पुलिस सूत्रों कै अनुसार पूरी रणनीति के तहत हत्या को अंजाम दे कर आरोपी बेटी और उसका प्रेमी धनंजय यादव उर्फ डीजे बाइक से इंदौर से रतलाम के रास्ते राजस्थान की ओर भाग निकले। इस दौरान उन्होंने अपना मोबाइल वारदात के 24 घंटे पहले से ही बंद कर रखा था। रास्ते में शाम करीब 4 बजे आरोपी धनंजय ने अपना मोबाइल ऑन किया तो ताक में सतर्क बैठे सायबर सेल को इनकी लोकेशन मिल गई। उन्होंने तत्काल रतलाम पुलिस को फोटो भेजकर एक्टिव कर दिया। इसके बाद एक टीम इंदौर से भी इसी रास्ते की ओर रवाना हो गई। माता-पिता को मारने की साजिश में शामिल नाबालिग बेटी औऱ उसके प्रेंमी को पकड़ने के बाद पुलिस दोनों को लेकर इंदौर के लिए रवाना हो गई। आरोपियों के गिरफ्त में आते ही देर रात आलाधिकारी उनसे पूछताछ के लिए थाने पहुंचे। सूत्रों के अनुसार दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। बेटी ने बताया है कि पिता ने उसे प्रेमी से मिलने से रोका औऱ प्रेमी में थप्पड़ भी मार दिया था। इसी कारण उसने प्रेमी से मिलकर योजना बनाई और माता-पिता की हत्या करा दी।

पुलिस को बरगलाने हत्या के बाद प्रेमी के कहने पर लेटर में लिखा था-पिता करते हैं रेप

मारे गए कॉन्स्टेबल ज्योति प्रसाद शर्मा की बेटी ने एक पत्र लिखा था, जिसमें पिता पर आरोप लगाया था कि वह बेटी से रेप करते हैं और मां उनका सहयोग, इसलिए उनकी हत्या कर दी। पुलिस पूछताछ में नाबालिक बेटी ने कुबूल किया कि वह लेटर उसने प्रेमी के कहने पर हत्या के बाद लिखा था। लेटर मिलने के साथ ही पुलिस को शक हो गया था कि इसे केस को गुमराह करने के लिए लिखा गया है। इसलिए उसने शुरू से ही इस बात को फर्जी बताया था।

बहुत पहले ही कर ली थी हत्या की प्लानिंग

पुलिस सूत्रों के अनुसार प्लानिंग पहले की कर ली गई थी। रात में जब भाई दादा-दादी के मकान में सोने गया तो बेटी ने प्रेमी को एक्टिव कर दिया। इनकी लगातार फोन के जरिए चैटिंग होती रही। सुबह प्रेमी के आते ही बेटी कुत्ते को लेकर बाहर निकल गई। प्रेमी के अंदर जाते ही कॉन्स्टेबल की बेटी ने कुत्ते को गेट पर बांधा और खुद भी भीतर चली गई। इसके बाद दोनों ने पहले मां का मुंह दबाया और हत्या कर दी, मां की चीख बहुत हल्की ही निकली। आवाज सुन गहरी नींद में सो रहे पिता की आंख खुली तो प्रेमी ने उन पर भी हमला कर दिया। पिता की चीखॆं की आवाज थोड़ी ज्यादा थी, इलसिए मैनेज करने के लिए बेटी दौड़कर बाहर आई और कुत्ते को लेकर गेट के सामने ही टहलने लगी। इस दौरान बाहर आए पड़ोसियों ने चिल्लाने का कारण पूछा तो बेटी ने कह दिया माता-पिता आपस में झगड़ रहे हैं, इसीलिए वह बाहर निकल आई है। हत्या करने के बाद प्रेमी ने इशारा किया तो बेटी भीतर गई, कुत्ते को बांधा और दोनों वहां से भाग निकले। भागने से पहले बेटी अपने कपड़े और करीब एक लाख रुपए भी  साथ ले गई थी, जो पुलिस ने बरामद कर लिए हैं।

गुरुवार तड़के कॉन्स्टेबल और उनकी पत्नी की खून लथपथ मिली थी लाश

इंदौर के एरोड्र्म रोड़ स्थित रुक्मणि नगर में रहने वाले एसएएफ के ड्राइवर कॉन्स्टेबल ज्योति प्रसाद शर्मा और उनकी पत्नी नीलम की गुरुवार सुबह बेडरूम में रक्तरंजित लाश मिली थी। कॉन्स्टेबल के सिर पर दो दर्जन से ज्यादा वार किए गए थे। बचने के लिए उन्होंने तीन बार हाथ बढ़ाया, लेकिन आरोपी ने तीनों बार उनका हाथ काटा। उनकी पत्नी के सिर पर भी 10 से ज्यादा वार किए गए थे, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। शार्ट पीएम रिपोर्ट में पता चला था कि उन पर बका, दरांते या तलवार जैसे किसी भारी धारदार हथियार से वार किया गया था।

धनंजय यादव (डीजे) से अफेयर की बात पता चली लगीं बंदिशें
मोहल्ले के युवाओं ने बताया कि डीजे गली में किसी युवक के यहां आता-जाता था। इसी दौरान कॉन्स्टेबल ज्योति प्रसाद शर्मा की नाबालिग बेटी का उससे अफेयर शुरू हुआ। पिता को इसकी भनक लगी तो उन्होंने बेटी पर बंदिशें लगा दीं। हालांकि बेटी नहीं मानी, वह लगातार डीजे के संपर्क में रहती थी। सूत्रों के अनुसार सोमवार को भी उन्होंने बेटी और डीजे को साथ देखा था, और डीजे में थप्पड़ मार दिया था। डीजे ने कॉन्स्टेबल को देख लेने की धमकी दी थी।

बेटा लौटा तो दरवाजे पर लगा था ताला, अंदर थीं माता-पिता की लहूलुहान लाशें

मृतक कॉन्स्टेबल ज्योति प्रसाद के 18 साल के बेटे रिषभ ने बताया था कि वह नित्य की तरह दादा-दादी के घर सो रहा था। जागने पर पता चला मां का दरवाजा नहीं खुला है। वह दादा के घर से आया तो अंदर के दरवाजे पर ताला लगा मिला। खिड़की से झांका तो पापा नीचे और मम्मी पलंग पर पड़े थे। दोनों के शव चद्दर से लिपटे हुए थे और सिर में खून बह रहा था। हड़बड़ाहट में पत्थर से ताला तोड़ा और चाचा को फोन लगाया। फिर पड़ोसी आए और किराएदार ने पुलिस को फोन लगाया।

बेटी ने छोड़ा था पत्र, लिखा था–पिता मुझसे रेप करते थे और मां उनकी मदद

पुलिस को कमरे से बेटी का एक पत्र मिला था, उसमें लिखा कि पिता मुझसे दुष्कर्म करते थे, औऱ मां उनका सहयोग करती थीं, इसलिए मैंने उन्हें मारा है। मैं घर छोड़कर जा रही हूं। मुझे तलाशने की कोशिश मत करना, वरना ये लोग मुझे मार डालेंगे।

बहुत पहले ही बना ली थी हत्या की रणनीति

पुलिस सूत्रों के अनुसार हत्या की रणनीति पहले ही बना ली गई थी। योजना के तहत घर में लगे दो CCTV कैमरे हत्या से पहले डीवीआर से अलग कर बंद कर दिए गए थे। बेटी ने मोबाइल भी 24 घंटे पहले से ही बंद कर लिया था। प्रेमी डीजे से संपर्क के लिए दूसरे मोबाइल का प्रयोग किया गया था।

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