

जलगांव, 18 अक्टूबर। महाराष्ट्र में जलगांव के बोरखेड़ा गांव में शुक्रवार तड़के हुई 4 नाबालिगों बच्चों की हत्या मामले में शनिवार शाम पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने पहले तीन बच्चों की हत्या की और फिर बड़ी लड़की के साथ रेप कर उसे भी मार डाला। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपियों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस ने जानकारी दी है कि सभी आरोपी आदिवासी समाज के हैं, इनकी उम्र 21 से 23 साल के बीच है। इन लोगों ने कुल्हाड़ी से वारदात को अंजाम दिया था। ज्ञातव्य है कि हत्यारों का सुराग पुलिस को स्निफर डॉग ने दिया।
स्निफर ‘जंजीर’ ने कुल्हाड़ी सूंघी और एक लॉज में जा घुसा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस जांच में ‘जंजीर’ नाम के स्निफर बहुत मदद मिली। डॉग स्क्वाड के इस स्निफर को वारदात में इस्तेमाल कुल्हाड़ी सुंघाई गई, और इसकी निशानदेही पर पुलिस की टीम रावेर-बुरहानपुर मार्ग पर स्थित एक लॉज तक पहुंच गई। यहां से पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो थोड़ी देर में ही तीनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
घर में थे अकेले बच्चे, टीनेजर को देख झोपड़ी में घुसे और कर डाली वारदात
पुलिस सूत्रों के रात को जब बच्चे सो रहे थे, तब आरोपी खिड़की तोड़कर घर में जा घुसे। उन्होंने टीनेजर लड़की के साथ बलात्कार करने की कोशिश की। बहन की चीखें सुन छोटे भाई-बहन की नींद टूट गई और बहन को बचाने पहुंच गए। आरोपियों ने कुल्हाड़ी से तीनों भाई-बहनों को मारा, 14 वर्ष की लड़की को गैंग रेप का शिकार बनाया और उसकी भी हत्या कर फरार हो गए। मृतकों की पहचान संगीता (13), राहुल (11), अनिल (आठ) और नानी (छह) के रूप में हुई है। चारों के शव खेत में मिले हैं। सबसे बड़ी बच्ची के शरीर पर कोई भी कपड़ा नहीं था। घटना की जांच के लिए SIT का गठन किया गया, जिसमें IPS अधिकारी कुमार सिन्हा सहित चार पुलिस निरीक्षक शामिल हैं।
ग़मी में रिश्तेदारों के घर गए थे मां-बाप और बड़ा भाई
घटना का खुलासा शुक्रवार सुबह हुआ, पड़ौसी किसान ने खेत में शव देखे। बच्चों के माता-पिता खेतिहर मजदूर हैं और मूल रूप से मध्यप्रदेश के खरगोन के निवासी हैं। हादसे की रात बड़े बेटे के साथ एक रिश्तेदार के निधन के बाद अपने पैतृक गांव गए थे। घटना की जानकारी मिलते ही शुक्रवार सुबह एक कार से वे रावेर पहुंचे।