करौली, 09 अक्टूबर। राजस्थान में करौली जिले के बूकना गांव में मंदिर की जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच हुए विवाद में पुजारी को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया। पुजारी की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने पुजारी पर पेट्रोल डालने के मुख्य आरोपित कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया। करौली के पुलिस अधीक्षक मृदुल कछवा ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

बुधवार देर शाम कैलाश, शंकर, नमो, किशन, रामलखन व परिवार ने जमीन पर कब्जा कर छप्पर तानना शुरू किया तो बुजुर्ग पुजारी ने उन्हे रोकने का प्रयास किया। इस पर आरोपियों ने पहले पुजारी के ऊपर पेट्रोल उड़ेला, फिर बाजरे की करब फेंक कर माचिस की तीली से आग लगा दी। पुजारी को जलता छोड़ आरोपी भाग खड़े हुए। बुरी तरह झुलसे पुजारी को गंभीर स्थिति में जयपुर के एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया, इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

मंदिर माफी की जमीन पर कब्जे से रोका तो पेट्रोल डाल लगा दी आग

पुलिस के अनुसार मरणासन्न हालत में पुजारी बाबूलाल वैष्णव ने बताया था कि मेरा परिवार मंदिर माफी की 15 बीघा जमीन पर खेती करता था। आरोपी कैलाश, शंकर व नमो मीणा ने जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया। पंच-पटेलों ने मंदिर की जमीन पर किसी व्यक्ति द्वारा पुजारी के अलावा मकान आदि नहीं बनाने का फरमान सुनाया था। पुलिस टीम ने 24 घंटे में मुख्य आरोपी कैलाश मीणा निवासी बूकना थाना सपोटरा को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है।

वसुंधरा राजे-गहलोत के राज में कोई सुरक्षित नहीं

इस हादसे पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा, एक बात तो स्पष्ट है कि यहां महिलाएं, बच्चे, बूढ़े, दलित, व्यापारी कोई भी सुरक्षित नहीं है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर ने कहा कि गहलोत सरकार में अत्याचारों की पराकाष्ठा हो गई है, गहलोत को एक मिनट भी मुख्यमंत्री रहने का अधिकार नहीं है।

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