मुरैना, 02 अक्टूबर। जिले के पोरसा कस्बा में युवक नागेंद्र के सनसनीखेज अपहरण और 50 लाख की फिरौती मांगे जाने के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अपहरण की पूरी कहानी खुद नागेंद्र के दिमाग की उपज निकली। दरअसल ज्ञानेंद्र का किसी ने अपहरण नहीं किया था, बल्कि उसने खुद घुमक्कड़ी का शौक पूरा करने अपहरण की साजिश रची थी। पिता से वसूली जाने वाली फिरौती से वह अपने दोस्तों के साथ गोवा घूमने जाने का मंसूबा बनाए हुए था कि पुलिस की गिरफ्त में आ गया।
इकलौते बेटे ने रची खुद की फिरौती वसूलने की साजिश…..
पोरसा निवासी रिटायर्ड फौजी शिवराज माहौर ने अपने इकलौते बेटे नागेंद्र को PSC/UPSC की प
परिक्षाओं की तैयारी के लिए ग्वालियर भेजा था। लॉकडाउन में कोचिंग बंद हो गईं और नागेंद्र पोरसा में ही परिवार के पास आ गया। लॉकडाउन में हुई बोरियत में नागेंद्र के दिमाग में गोवा जाकर सैर करने का जुनून सवार हो गया। वह जानता था कि पिता उसे दोस्तों के साथ जाने की अनुमती नहीं देंगे। इसलिए खुद के ही अपहरण की कहानी बना कर 50 लाख फिरौती वसूलने की साजिश रच ली।
घर से जिम कह कर गया, और अटेर पहुंच कर लगा दिया पिता को फिरौती का फोन
पोरसा से अटेर होता हुआ भिंड जिले में जा पहुंचा जहां से उसने अपने पिता को 50 लाख की फिरौती का कॉल किया था। पुलिस ने जब इस पूरे मामले की जांच शुरू की तो जिस फिटनेस जिम में नागेंद्र परिजन को बता कर गया था, वहां लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने ने शुरू किए। जिसमें युवक नागेंद्र के हाव भाव पुलिस को संदिग्ध नजर आए। मुखबिर तंत्र को एक्टिव किया गया, आखिरकार सूचना मिली की युवक नागेंद्र अटेर में कहीं हो सकता है। इस पर पुलिस लोकेशन लेकर रवाना हो गई। अटेर रोड पर पेट्रोल पंप के पास संदिग्ध युवक पुलिस को नजर आया। पुलिस ने तुरंत उसे पहचान लिया हिरासत में ले लिया। नागेंद्र तत्काल टूट गया और उसने अपनी सारी कहनी पुलिस तो बता दी। पुलिस ने नागेंद्र को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को आशंका है, कि इस फर्जी अपहरण साजिश में आरोपी के साथ उसके और भी साथी शामिल हो सकते हैं।
यह है मामला
आरोपी युवक लॉकडाउन से पहले ग्वालियर में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। पोरसा कस्बा के अनिरुद्ध का पुरा में रहने वाले रिटायर्ड फौजी शिवराज माहौर ने अपने 22 वर्षीय इकलौते बेटे नागेंद्र की अपहरण की शिकायत पोरसा थाने में दर्ज यह कहकर करवाई थी, कि उनका बेटा बुधवार को जिम जाने की कहकर घर से निकला था, लेकिन देर रात तक घर नही आया। सबसे पहले उन्होंने अपने स्तर पर ही नागेंद्र की खोजबीन शुरू की। लेकिन जब कई बार उसके मोबाइल नंबर पर फोन लगाने पर भी कॉल रिसीव नहीं हुआ। तो हार थक कर नागेंद्र के पिता ने पुलिस थाने में जाकर उसके गुम होने की शिकायत दर्ज करवाई थी।
गुरुवार को अज्ञात व्यक्ति ने नागेंद्र के पिता शिवराज को मोबाइल पर उनके बेटे का अपहरण करने की बात बताई और धमकाया कि उसे छोड़ने के एवज में 50 लाखों रुपए देने होंगे। जिसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर लिया था। प्रारंभिक जांच पड़ताल में युवक नागेंद्र की बाइक एक खेत में पड़ी मिली थी।