नई दिल्ली। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने फाइनेंशियल ईयर 2024-25 के लिए भारत की ग्रोथ रेट का अनुमान सात फीसदी पर स्थिर रखा है। एडीबी ने कहा कि बेहतर एग्रीकल्चर प्रोडक्शन और गवर्नमेंट के बढ़ते खर्च से आने वाले महीनों में इकनॉमिक एक्टिविटी में उछाल देखने को मिलेगा। सितंबर में जारी एशियाई विकास परिदृश्य (एडीओ) रिपोर्ट में एडीबी ने कहा कि इस फाइनेंशियल ईयर में एक्सपोर्ट पहले के अनुमान से ज्यादा रहेगा, जिसमें सर्विस एक्सपोर्ट्स का बड़ा योगदान रहेगा। हालांकि, अगले फाइनेंशियल ईयर 2025-26 में गुड्स एक्सपोर्ट ग्रोथ थोड़ी स्लो रह सकती है।
एडीबी का अनुमान है कि फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में भारत की जीडीपी ग्रोथ सात फीसदी रहेगी, जबकि 2025-26 में यह 7.2 फीसदी तक बढ़ सकती है। यह आंकड़े एडीबी के अप्रैल 2024 के पूर्वानुमानों के मुताबिक हैं। इस दौरान, भारत की इकनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स मजबूत बने रहेंगे।
एडीबी रिपोर्ट के मुताबिक, इस फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में सर्विस एक्सपोर्ट्स में वृद्धि देखने को मिलेगी, जबकि गुड्स एक्सपोर्ट थोड़ा धीमा रह सकता है। प्राइवेट कंजम्प्शन में भी सुधार की उम्मीद है, खासकर एग्रीकल्चर से प्रेरित रूरल डिमांड और पहले से ही मजबूत अर्बन डिमांड की वजह से। चालू फाइनेंशियल ईयर में इनफ्लेशन, खासकर फूड प्राइसेज में बढ़त की संभावना है, लेकिन अगले साल इसमें कमी आने की उम्मीद है। इसके साथ ही लेबर और जॉब्स से जुड़ी नीतियों से रोजगार के नए मौके पैदा होंगे, जिससे इंडस्ट्री और सर्विस सेक्टर का परफॉर्मेंस मजबूत बना रहेगा।