वॉशिंगटन। क्वाड शिखर सम्मेलन सभी देशों ने एक साथ कहा कि दुनिया के लिए उत्तर कोरिया बड़ा खतरा बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल परीक्षण कर रहा है इससे दुनिया को बड़ा खतरा हो सकता है। क्वाड देशों ने उत्तर कोरिया के दुनिया को अस्थिर करने वाले बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपणों की निंदा की और इसे गंभीर खतरा बताया। घोषणापत्र में कहा गया है, हम उत्तर कोरिया द्वारा लगातार की जा रही बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रक्षेपण और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों (यूएनएससीआर) का उल्लंघन करने की निंदा करते हैं। इसके अलावा संयुक्त घोषणा में यूएनएससी में प्रतिनिधि बढ़ाने, पारदर्शी, कुशल, प्रभावी, लोकतांत्रिक और जवाबदेह बनाने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया गया।

क्वाड शिखर सम्मेलन में भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने संयुक्त घोषणा में कहा, वैश्विक और क्षेत्रीय भागीदारों के साथ, हम वैश्विक शांति, समृद्धि और सतत विकास करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और पहलों का समर्थन करना जारी रखेंगे। क्वाड राष्ट्रों ने कहा, हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार करेंगे। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी और अस्थायी सदस्यता में विस्तार करेंगे। इसे अधिक समावेशी, पारदर्शी, कुशल, प्रभावी, लोकतांत्रिक और जवाबदेह बनाएंगे।क्वाड शिखर सम्मेलन में राष्ट्राध्यक्षों ने यूएनएससी की स्थायी सीटों के विस्तार पर जोर दिया। सुरक्षा परिषद में अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन राष्ट्रों की भागीदारी बढ़ाने पर चर्चा हुई। बता दें कि भारत भी लंबे समय से यूएनएससी में स्थायी सीट की मांग करता आया है। जो बाइडेन ने यूएनएससी में भारते स्थायी प्रतिनिधित्व की वकालत की है। क्वाड देशों ने अपने घोषणापत्र में सीमा पार आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की स्पष्ट निंदा की। क्वाड देशों ने आतंकवाद के खिलाफ चर्चा करते हुए मुंबई में 26/11 और पठानकोट हमलों की निंदा की। बयान में कहा गया, हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप, आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद से उत्पन्न खतरों को रोकने, पता लगाने और उनका जवाब देने के व्यापक और निरंतर तरीके पर काम करेंगे। हम आतंकवादी हमलों के लिए जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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