देहरादून। इस साल 10 मई को शुरू हुई चार धाम यात्रा को राज्य में आई आपदा के कारण कुछ समय के लिए स्थगित करना पड़ा था, लेकिन अब यात्रा ने दोबारा गति पकड़ ली है। जैसे-जैसे मौसम साफ हो रहा है, चार धाम में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, 21 सितंबर तक 35 लाख से अधिक श्रद्धालु चार धाम यात्रा कर चुके हैं।
इस साल अब तक बद्रीनाथ धाम में 9,89,282 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं, जबकि केदारनाथ धाम में 11,45,897 श्रद्धालु पहुंचे हैं। गंगोत्री धाम में 6,07,592 श्रद्धालु और यमुनोत्री धाम में 5,83,455 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इसके अलावा, हेमकुंड साहिब में भी 1,66,503 श्रद्धालु पहुंचे हैं। चारधाम यात्रा के लिए अब तक 60 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। पिछले साल, 72 लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, जबकि साल 2023 में कुल 56 लाख श्रद्धालुओं ने चार धाम के दर्शन किए थे। आपदा के बाद यात्रा में कमी आई थी, लेकिन अगस्त से श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इस साल यात्रा के लिए अब तक 60 लाख तीर्थयात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जबकि पिछले साल 72 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। वर्ष 2023 में कुल 56 लाख तीर्थयात्रियों ने चार धाम यात्रा की थी।
उत्तराखंड सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं से लेकर पेयजल, ठहरने, और खाने-पीने की समुचित व्यवस्थाएं की हैं। यात्रा मार्ग पर पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था की गई है और तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए भी प्रबंध किए गए हैं। सरकार ने मानसून सीजन में यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन और पर्यटन विभाग के बीच समन्वय स्थापित किया है। सभी जिलों को एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) भेजी गई है ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। चार धाम यात्रा उत्तराखंड के धार्मिक और पर्यटन दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है, और राज्य सरकार श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा देने के लिए तत्पर है।