भोपाल। मध्य प्रदेश में दुर्लभ खनिजों का भंडार है। सरकार इसकी खोजबीन में लगी है। अभी कई खनिजों की 41 खदानें नीलाम की गईं। अब खनिजों के 33 नए ब्लॉक खोले जाएंगे। इसमें हीरे की दो व सोने की एक खदान है। सिंगरौली में सोना मिला है। सोने की तीन खदानों की नीलामी की प्रक्रिया चल रही है। इनसे जल्द उत्खनन शुरू होग और इन नए ब्लॉक के खुलने से खनिज उत्खनन में निवेश बढने बढेगा 5000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। सरकार निवेश पर जोर दे रही है।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों को निवेश का न्योजा दे रही है। ऐसे में खनिज भी महत्वपूर्ण क्षेत्र बन गया है। अभी कॉपर, मैंगनीज व हीरे में मप्र देश में नंबर 1 है। रॉक फॉस्फेट उत्पादन में दूसरे, लाइमस्टोन में तीसरे और कोयला उत्पादन में चौथे नंबर पर है। खनिज विभाग के प्रमुख सचिव निकुंज श्रीवास्तव का कहना है कि 33 नए ब्लॉक खोले जाएंगे। इसमें सिंगरौली की एक सोने की खदान भी है। इससे निवेश और रोजगार बढे।
सिंगरौली में 7.29 मिलियन टन सोने के अयस्क
सिंगरौली के सिल्फोरी व सिधार के पास गुड़हर पहाड़ में सोना मिला है। यहां 149 हेक्टेयर जमीन पर सोना ढूंढ़ने का जिम्मा हरियाणा की कुंदन गोल्ड माइंस को दिया है। 3 खदानों की नीलामी प्रक्रिया जारी है। एक और खुलेगी। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा है, यहां 7.29 मिलियन टन सोने के अयस्क हैं। सोने की खदानों से शासन को 6000 करोड़ राजस्व मिलेगा।
खनिज विभाग के अनुसार, प्रदेश में नए खुल रहे माइनिंग ब्लॉक में सबसे ज्यादा 20 ब्लॉक लाइम स्टोन के हैं। ये सतना, धार, आलीराजपुर, धार, दमोह, खरगोन, नीमच और सीधी में हैं। इससे इन जिलों में सीमेंट उद्योग की अच्छी संभावनाएं खुली हैं। अभी सतना, सीधी क्षेत्र में सीमेंट बनाने की यूनिट्स हैं, लेकिन अन्य जिलों में बहुत कम हैं।
खुलेंगे ये नए ब्लॉक
लाइमस्टोन: सतना-10, धार-2, आलीराजपुर-2, दमोह-1, खरगोन-1, नीमच-1 और सीधी-1
मैंगनीज: आलीराजपुर-1, बालाघाट-1, खरगोन-1, झाबुआ-1।
अभी इन खनिजों का उत्खनन
कोयला, हीरा, कॉपर, मैंगनीज, ग्रेफाइट, डोलोमाइट, बॉक्साइट, आयरन, रॉक फॉस्फेट, पायरोफिलाइट, ग्रेनाइट, डायस्पोर, लैड, जिंक।