वॉशिंगटन । मंगल ग्रह को लेकर वैज्ञानिकों के मन में हमेशा कौतूहल रहा है। नासा के पर्सीवरेंस रोवर ने मंगल ग्रह पर एक बड़ी खोज की है। इस खोज से लाल ग्रह पर प्राचीन जीवन के प्रमाण मिले हैं। रोवर ने हाल ही में एक दिलचस्प चट्टान के नमूनों की खोज की है। इसका नाम चेयावा फॉल्स है, जिसमें कार्बनिक अणु और संरचनाएं हैं, जो माइक्रोबियल जीवन की ओर से बनाई गई हो सकती हैं। यह चट्टान एक प्राचीन नदी घाटी में मिली थी, जिससे पता चलता है कि इस ग्रह कभी जीवन रहा होगा।
नासा ने कहा, चट्टान केमिकल सिग्नेचर और संरचनाओं को प्रदर्शित करती है, जो संभवतः अरबों साल पहले जीवन की ओर से बनी हो सकती है। तब जिस इलाके में सैंपल लिए गए वहां पर पानी था। नासा की वैज्ञानिक केटी स्टैक मॉर्गन ने कहा, हम यह नहीं कह सकते कि यह जीवन का संकेत है। लेकिन यह अब तक हमें मिला सबसे आकर्षक नमूना है। रोवर के रॉक कोर का नमूना 21 जुलाई को इकट्ठा किया गया था।
एक चौथाई किलोमीटर के चौड़ी एक प्राचीन नदी घाटी के किनारे पर यह मिला था। पत्थर की माप 3.2 फीट गुना 2 फीट है और इसका नाम ग्रांड कैन्यन झरने के नाम पर रखा गया था। चेयावा फॉल्स पर्सीवरेंस रोवर की ओर से अब तक जांच की गई सबसे रहस्यमय, जटिल और संभावित महत्वपूर्ण चट्टान थी। उन्होंने कहा, चट्टान में कार्बनिक पदार्थ की सम्मोहक खोज हुई है। इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि जीवन के लिए आवश्यक पानी चट्टान से होकर गुजरा था।
उन्होंने कहा, दूसरी ओर हम यह निर्धारित करने में असमर्थ हैं कि चट्टान कैसे बनी और किस हद तक आस-पास की चट्टानों ने चेयावा फॉल्स को गर्म किया और इन विशेषताओं में योगदान दिया। वैज्ञानिक अब चट्टान के नमूने और उसकी संरचनाओं का अध्ययन करना जारी रखने वाले है। नासा अगले कुछ वर्षों में मंगल ग्रह से चट्टानी सैंपल लाने वाले मिशन को चलाएगा।