दिल्ली : पाकिस्तान की राजनीति में नया भूचाल आने वाला है. इमरान खान की जिस पीटीआई को पाकिस्तान में खत्म मान लिया गया था, उसके 39 सांसदों को मान्यता मिल गई है. सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद पाकिस्तान चुनाव आयोग ने सांसदों को मान्यता दी है. पाकिस्तान की संसद में अब इमरान खान के सांसद दहाड़ते नजर आएंगे. ऐसी स्थिति में नवाज शरीफ को डर सताने लगा है, क्योंकि एक बार फिर पाकिस्तान में इमरान की पॉपुलैरिटी बढ़ने वाली है।
पाकिस्तान में हुए चुनाव के दौरान इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ को सस्पेंड कर दिया गया था. इसके बाद इमरान ने अपने नेताओं को निर्दलीय मैदान में उतार दिया था, 80 उम्मीदवारों ने जीत भी दर्ज की थी, लेकिन ये सांसद कभी पीटीआई के बैनर तले नहीं दिखे. अब सुप्रीम कोर्ट ऐसा फैसला सुनाया है, जिसके बाद इमरान के सांसद और विधायकों को सदनों में पार्टी का नाम इस्तेमाल करने की छूट मिल गई है।
सभी पीटीआई सांसदों को मिलेगी मान्यता
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद गुरुवार को पाकिस्तान चुनाव आयोग ने 39 सांसदों को पीटीआई सांसद के तौर पर मान्यता दे दी है. पाकिस्तान के डॉन न्यूज के मुताबिक, ये सभी सांसद पाकिस्तान नेशनल असेंबली के लिए रिजर्व सीटों पर जीतकर आए थे. इस फैसले के बाद पाकिस्तान की संसद में अब पीटीआई को संसदीय दल के रूप में मान्यता मिल गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, 80 में से बचे सांसदों को भी अगले 15 दिनों के भीतर पीटीआई सांसद के तौर पर मान्यता दे दी जाएगी।
इमरान को सता रहा हत्या का डर
दूसरी तरफ इमरान खान को अपनी हत्या होने का डर सता रहा है. इमरान ने लाहौर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘बंदियों को नागरिक अदालतों के अधिकार क्षेत्र में रहना चाहिए. लेकिन 9 मई की हिंसा के बाद ऐसा लगता है कि मुझे सेना को सौंपने की तैयारी थी.’ इमरान खान ने कहा कि जनरल हेडक्वार्टर पर विरोध प्रदर्शन भड़काने का उन पर झूठा आरोप साजिश के तहत लगाया गया है. इमरान ने 9 मई की हिंसा को झूठा ‘दुष्प्रचार अभियान’ बताया है. उन्होंने कहा कि इसके असली अपराधी वे हैं, जिन्होंने घटना की सीसीटीवी फुटेज चुराई है.