दिल्ली :भारतीय क्रिकेट टीम के नए कोच गौतम गंभीर बन गए हैं. कभी हार न मानने के जज्बे के कारण भारतीय क्रिकेट में अलग पहचान बनाने वाले गौतम गंभीर को अपनी शर्तों पर काम करने वाला व्यक्ति भी माना जाता है और यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम के मुख्य कोच की भूमिका में वह किस तरह से आगे बढ़ते हैं. गंभीर वह खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने वीरेंद्र सहवाग के साथ मिलकर भारतीय सलामी जोड़ी को नई दिशा दी थी. आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार चैंपियन बनाकर उन्होंने साबित कर दिया कि वह एक कुशल रणनीतिकार हैं. इस साल आईपीएल में वह कोलकाता के मेंटर बने थे और यह टीम तीसरी बार खिताब जीतने में सफल रही थी. एक क्रिकेटर के रूप में गंभीर की बात करें तो यह कहा जा सकता है कि वह अपने साथी बल्लेबाजों वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण के कुछ न कुछ गुण खुद में समाहित किये हुए है. अब गंभीर भारतीय टीम के कोच है. उनका कार्यकाल श्रीलंका के दौरे से शुरू होगा।

गौतम गंभीर के सामने बतौर कोच कौन- कौन से चैलेंज आने वाले हैं-

सीनियर खिलाड़ियों के साथ तालमेल बिठाना

गौतम गंभीर को सीनियर खिलाड़ियों के साथ तालमेल बैठाकर आगे बढ़ना होगा. गंभीर को कप्तान रोहित शर्मा का भरपूर सपोर्ट चाहिए होगा. रोहित वनडे और टेस्ट में भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले हैं. विराट कोहली भी वनडे और टेस्ट मैच खेलेंगे. भारतीय टीम में इस समय अश्विन, जडेजा, कोहली और रोहित ऐसे खिलाड़ी हैं जिनकी उम्र 35 से ज्यादा है .गंभीर को इन खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट के तौर पर भी खिलाड़ियों की खोज अभी से ही करनी होगी. जिससे इन खिलाड़ियों के जाने के बाद वे खिलाड़ी टीम इंडिया का हिस्सा बन सके. ऐसे में गंभीर के पास युवा खिलाड़ियों को मैच विनर बनाने का भी जिम्मा होगा.

चैंपियंस ट्रॉफी में विजेता बनने की चुनौती

कोच गंभीर के सामने सबसे बड़ी चुनौती में से एक 2025 का चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतना होगा. चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम ने दो बार खिताब अपने नाम किया है. 2002 और 2013 में भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने में सफल रही है. 2013 में धोनी की कप्तानी में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था. अब इस बार 2025 में पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब होना है. ऐसे में गंभीर के लिए कोच के रूप में यह अग्नि परीक्षा होने वाली है।

टेस्ट में भारत को चैंपियनशिप का खिताब दिलाना

भारतीय क्रिकेट टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब दो बार जीत पाने में असफल रही है. पहली बार भारत को फाइनल में न्यूजीलैंड ने हराया था. वहीं, दूरी बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में हार का सामना करना पड़ा था. अब ‘गुरु गौतम’ के सामने भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब दिलाने की जिम्मेदारी होगी. 2025 के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कमाल का खेल दिखाना होगा. भारतीय टीम घरेलू मैदान पर बांग्लादेश से 2 टेस्ट, न्यूजीलैंड से 3 टेस्ट मैच खेलेगी. इसके बाद नवंबर से जनवरी में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाकर टेस्ट सीरीज खेलने वाली है. गंभीर के सामने ऑस्ट्रेलिया में जीत की हैट्रिक लगाने की चुनौती होगी.

एशिया कप

राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारत ने एशिया कप का खिताब जीता था. गंभीर की कोचिंग में भारतीय टीम दो दफा एशिया कप टूर्नामेंट खेलने वाली है. 2025 और 2027 में एशिया कप का आयोजन होना है. 2025 टी-20 फॉर्मेट में तो वहीं, 2027 का टूर्नामेंट वनडे फॉर्मट में खेला जाएगा. कोच गंभीर पर एशिया कप का खिताब बरकरार रखने की जिम्मेदारी होगी.

टी-20 वर्ल्ड कप 2026

अब 2026 में टी-20 वर्ल्ड कप खेला जाएगा. गंभीर पर बतौर कोच अभी से ही ऐसे खिलाड़ियों को तैयार करने की जिम्मेदारी होगी जो 2026 का टी-20 वर्ल्ड कप खेलेंगे. भारत ने इस बार खिताब जीता है. ऐसे में गंभीर पर टी-20 वर्ल्ड कप के खिताब को बचाने की जिम्मेदारी होगी.

2027 का वनडे वर्ल्ड कप

2027 में वनडे वर्ल्ड कप खेला जाएगा. गंभीर 2027 तक भारत के कोच रहेंगे. भारतीय टीम 2023 के फाइनल में पहुंची थी लेकिन जीत नहीं पाई थी. ऐसे में गंभीर के लिए सबसे बड़ी चुनौती भारत को वनडे का वर्ल्ड कप जीताना होगा. भारत ने 1983 और 2011 में वनडे का वर्ल्ड कप जीतने में कामयाबी पाई है।

गौतम गंभीर के कोचिंग करियर का शेड्यूल

– 2024 में ऑस्ट्रेलिया में 5 टेस्ट

– 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी

– 2025 में WTC फाइनल

– 2025 में इंग्लैंड में 5 टेस्ट

– 2026 में T20I विश्व कप

– 2026 में न्यूज़ीलैंड में 2 टेस्ट

– 2027 में WTC फाइनल

– 2027 में वनडे विश्व कप

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