ग्वालियर, 20 सितंबर। उपचुनाव की गर्मी राजनीतिज्ञों के सर पर चढ़कर बोलने लगी है। कमलनाथ के मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को नालायक बताने वाले बयान की तल्खी शांत नहीं हुई थी कि कांग्रेस के डबरा सीट के लिए घोषित प्रत्याशी सुरेश राजे ने महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी से उनके पति का नाम पूछने का बयान दे दिया। सुरेश राजे के इस बयान को कांग्रेस की परंपरा बताते हुए बताते हुए भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता नेहा बग्गा ने मांग की है कि सुरेश राजे अविलंब सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। इमरती देवी से कोई पूछे, क्या है उनके पति का नाम…..
डबरा से कांग्रेस के उम्मीदवार सुरेश राजे को भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी का रिश्तेदार बताया तो, सुरेश राजे को इतना बुरा लगा कि रिश्तेदारी तो भूले ही महिला बाल विकास मंत्री का अपमान कर बैठे। सुरेश राजे ने कहा कि कभी इमरती देवी से उनके पति का नाम भी तो कोई पूछे। सुरेश राजे ने सवाल उठाया कि इमरती देवी कभी सार्वजनिक तौर पर अपने पति का उल्लेख नही क्यों नहीं करतीं। गौरतलब है कि इमरती देवी सुमन के पति सेवानिवृत प्रधानाध्यापक हैं, और राजनीतिक माहौल से दूर ही रहते हैं।
सुरेश राजे मांगें सार्वजनिक माफी, अफसोस कि पार्टी की अध्या महिला फिर भी मातृ-शक्ति का लगातार अपमान
सुरेश राजे के बयान पर आपत्ति जताते हुए भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता नेहा बग्गा ने इसे महिला जाति का अपमान करार दिया। नेहा ने कहा-सुरेश राजे मंत्री इमरती देवी से सार्वजनिक माफी मांगे। कांग्रेस सुरेश राजे को पार्टी से बाहर करे। नेहा ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि प्रदेश की जनता ने देखा है तंदूर कांड रचने और अंजाम देने वाली कांग्रेस, महिलाओं को टंच माल कहने वाली कांग्रेस में लगातार चाहे जीतू पटवारी हो या शशांक भार्गव, कांग्रेस नेताओं की बेहूदा बयानबाजी से महिलाओं का अपमान किया जाता रहा है। नेहा ने अफसोस जताते हुए कहा कि जिस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला है, उस पार्टी में महिला का अपमान, पार्टी के बाहर अपमान प्रदेश की महिला जनप्रतिनिधि का अपमान दुखद और निंदनीय है।