कीव। यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा, हमारे लिए युद्ध को खत्म करने की एक योजना बनाना बहुत महत्वपूर्ण है, जिसका दुनिया के अधिकांश देशों द्वारा समर्थन किया जाना चाहिए। यह एक कूटनीतिक रास्ता है जिस पर हम काम कर रहे हैं। इससे पहले ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ की शिखर सम्मेलन में, ज़ेलेंस्की ने कहा था कि वह युद्ध को खत्म करने के लिए कुछ ही महीनों में एक विस्तृत योजना पेश करेंगे। सैनिकों और नागरिकों के बीच मौत के बढ़ते आंकड़ों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, हमारे पास बहुत ज्यादा समय नहीं है।
ज़ेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सार्वजनिक बयानों को देखे तो शांति समझौते की शर्तों के मामले में दोनों देश अब भी एक-दूसरे से बिलकुल अलग नज़र आते हैं। शांति समझौते को लेकर यूक्रेन ने बार-बार कहा है कि बातचीत शुरू होने से पहले रूस को अपने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त क्षेत्र से अपने सैनिकों को वापस बुलाना होगा। ज़ेलेंस्की ने इस महीने की शुरुआत में स्विट्जरलैंड में एक अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी। इस सम्मेलन में रूस को नहीं बुलाया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य यूक्रेन के लिए समर्थन जुटाना ही था। 90 से अधिक देशों ने इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में भाग लिया। अधिकतर देशों ने एक विज्ञप्ति पर सहमति भी जताई, जिसमें किसी भी समझौते में यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की जरूरत पर जोर दिया गया। लेकिन भारत जैसे कुछ प्रमुख देश सहमत नहीं हुए और रूस के सहयोगी चीन जैसे कुछ और देशों ने रूस को आमंत्रित नहीं किए जाने के विरोध में शिखर सम्मेलन का बहिष्कार किया था।