लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 में मिली करारी हार के बाद बसपा सुप्रीमों मायावती ने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। इसी के साथ आकाश एक बार फिर बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक बना दिए गए हैं। इससे पहले शनिवार को उत्तराखंड उपचुनाव के लिए आनंद पार्टी के स्टार प्रचारक बनाए गए थे। स्टार प्रचारकों की लिस्ट में मायावती के बाद दूसरे नंबर पर आनंद का ही नाम था। बसपा उपचुनाव में उतरेगी तो मायावती के फैसले और भतीजे आकाश आनंद के परफार्म की परीक्षा भी हो जाएगी।
जानकारी अनुसार लखनऊ में रविवार को मायावती ने बसपा के सभी प्रदेश प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें आकाश आनंद भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान आकाश आनंद ने बुआ मायावती के पैर छूए तो मायावती ने भी भतीजे के सिर पर प्यार से हाथ फेरा और दुलार करते हुए पीठ थपथपा दी। यहां बतलाते चलें कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान ही मायावती ने भतीजे आनंद को अपरिपक्व बता पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिया था। इसके साथ ही उन्होंने अपना उत्तराधिकारी बनाने से भी इंकार कर दिया था। समझा जा रहा था कि मायावती ने यह फैसला उनकी आक्रामक शैली को देखते हुए लिया था। बहरहाल लोकसभा चुनाव में बसपा को मिली करारी हार के बाद मायावती ने एक बार फिर आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर सब कुछ सही है जैसा संदेश दे दिया है।
बताया जा रहा है कि मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को संयमित रहने की हिदायत देते हुए एक बार फिर पुरानी जिम्मेदारी सौंप दी है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही सभी 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इस बार बसपा उपचुनाव लड़ने का मन बना चुकी है, ऐसे में सारी जिम्मेदारी भतीजे आकाश आनंद के कंधों में डालकर एक बार मायावती परिणाम देखना चाह रही हैं। ऐसे में पार्टी सुप्रीमो मायावती का यह फैसला कसौटी पर खरा उतरेगा या नहीं यह देखने वाली बात होगी। राष्ट्रीय संयोजक पद पर वापसी करने के साथ ही एक बार फिर उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी आकाश आनंद के कंधों पर है, इसलिए उपचुनाव के लिए टिकट बंटवारा और चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी भी देखनी होगी।